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पुलिस की गिरफ्त में मुख्य आरोपी।
पलवल में ऑनलाइन बिजनेस कराने के नाम पर एक लाख की साइबर ठगी करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को काबू किया है। उनके पास से 3 मोबाइल व क्रेटा गाड़ी बरामद की गई।
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गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश करके सत्येन्द्र व अमन को जेल भेज दिया। जबकि मुख्य आरोपी मनीष को गहन पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया गया है।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी नवीन कुमार के अनुसार, होडल निवासी गौरव रावत ने साइबर ठगी होने पर पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि वह प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करता है। 18 अक्टूबर को उसके टेलीग्राम पर ऑनलाइन बिजनेस करने के लिये एक मैसेज आया, जिसमें एक लिंक भेजा।
उसने लिंक को खोला तो उन्होंने उस पर अकाउंट बनाने को कहा गया, फिर अकाउंट बनने के बाद आईडी बनवाई और कहा कि आपको ऑनलाइन शिपिंग करनी पड़ेगी, फिर उसके बदले पैसे दिये जाएंगे। 21 अक्टूबर को उन्होंने कहा की आप हमारी कंपनी में पैसे लगाओ, जिसमें आपको अच्छा प्रौफिट होगा।
इसके बाद उनके द्वारा बताए गए खाते में 50 हजार रुपए डाल दिये। उसके बाद मैसेज दिया कि दूसरा राउंड पार करना होगा तो उसके बाद आपका पैसा प्रौफिट के साथ मिल जायेगा, जिसके लिए 50 हजार रुपए और डालने होंग। जिसके बाद दोवारा से रुपए डाल दिये। शिकायत में बताया कि आपको बोनस भी मिलेगा, जिसके लिए आपको एक लाख रुपए ओर डालने होंगे। जिस पर पीड़ित ने मामले से अपने परिजनों को अवगत कराया। जब पता चला कि यह एक साइबर अरेस्ट घोटाला है।
साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि जांच अधिकारी प्रदीप कुमार ने ठगी में खातों के प्रयोग और साइबर तकनीक के आधार पर जिला झज्जर के डाणा गांव निवासी मनीष, खानपुर खोलडा गांव निवासी अमन व रेवाडी गांव बालधन खुर्द निवासी सतेंद्र उर्फ मोन्टी को गिरफ्तार किया है।
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