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रास्ते को लेकर प्रदर्शन करते अमीरगंज के लोग।
देवली-उनियारा विधानसभा के मोहम्मदपुरा ग्राम पंचायत के अमीरगंज गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने गांव में मतदान पर्चियां वितरित करने आए बीएलओ श्योनारायण
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ग्रामीणों ने बताया है कि अमीरगंज गांव में दो सौ मतदाता हैं। लोगों का ग्राम पंचायत मोहम्मदपुरा मुख्यालय और अन्य जगह आने-जाने के लिए एक ही रास्ता है। करीब एक किमी का रास्ता लंबे समय से खराब पड़ा है। जगह-जगह खड्डे पड़े हुए हैं। बारिश के दिनों में हालत और खराब हो जाता है।
इस समस्या के निस्तारण के लिए सांसद, विधायक और उनियारा एसडीएम से की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक यह एक किमी दूरी की सड़क पक्की नहीं बनेगी मतदान करने नहीं जाएंगे।
उबड़ – खाबड़ रास्ते से निकलते लोग।
विवादित है यह कच्चा रास्ता
ग्रामीणों ने बताया है कि अमीरगंज गांव में वर्ष 2007-2008 में पूर्व कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी के कार्यकाल में इस गांव में पक्की सड़क का निर्माण करवाया गया था। जिसमें गांव से पहले करीब एक किलोमीटर का रास्ता खातेदारी की भूमि में होने के कारण विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी। इससे सार्वजनिक निर्माण विभाग के ठेकेदार इसे कच्चा छोड़ गया।
ग्रामीण हनुमान सैनी, मुकेश सैनी,नरसिंह सैनी, राजेश सैनी, ओमप्रकाश माली,सोराज माली, बाबूलाल,रामकिशन सैनी आदि ग्रामीणों का कहना है कि एक किमी के इस कच्चे रास्ते पर बारिश के दिनों में चार महीने तक आने जाने में बड़ी समस्या रहती है। मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर,कारें कीचड में धंस जाती है। ऐसे उन्हें अन्य साधनों से टोचन कर निकलवाया जाता है।
कोर्ट से मामला होने के बावजूद डलवाया झीकरा
रोशनपुरा निवासी रमेश मीणा का कहना है कि प्रशासन ने मेरी खातेदारी भूमि से रास्ता निकाल रखा है। इस रास्ते पर अजमेर रेवन्यू बोर्ड का स्टे लगा हुआ है, उसके बावजूद भी सोमवार को ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा इस रास्ते पर झीकरा डाल दिया गया है। जबकि अभी देवली-उनियारा विधानसभा उप चुनावों को लेकर आचार-संहिता लगी हुई है ।
इनपुट: सुरेश नागर, सोप।
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