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पहले चरण में हर तीसरा प्रत्याशी करोड़पति
झारखंड विधानसभा के पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 45% प्रत्याशी दागी है। इसमें से 19% उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, राज्य के 29 बड़े नेता हथियारों के शौकीन हैं। प्रत्याशियों के हलफनामे के अनुसार, ज्यादातर के पास दो-दो हथियार के लाइसे
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वहीं, पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के पास तीन बंदूकें हैं। इसमें एक डबल बैरल बंदूक, एक पिस्तौल और एक एनपी बोर की है। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के पास कोई हथियार नहीं है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (ADR) ने पहले चरण के उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण कर रिपोर्ट जारी किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पहले चरण की 43 सीटों पर कुल 683 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 73 महिला उम्मीदवार हैं। 682 में से 174 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, 127 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। राज्य में 13 और 20 नवंबर को दो चरण में मतदान होना है।
ADR ने 683 उम्मीदवारों में से 682 के शपथ-पत्रों का विश्लेषण किया है। तोरपा (एसटी) सीट से निर्दलीय उम्मीदवार ब्रजेंद्र हेमरोम के हलफनामे का विश्लेषण नहीं किया है।
पहले चरण में दागियों को टिकट देने में भाजपा आगे
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर बात बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों को देखा जाए तो सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार भाजपा ने दिए हैं। भाजपा के 36 में से 20 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके बाद कांग्रेस के 17 उम्मीदवारों में से 11, झामुमो के 23 उम्मीदवारों में से 11, बसपा के 29 उम्मीदवारों में से 8 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। राजद के 5 उम्मीदवारों में से 3 और जदयू के दोनों उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गंभीर आपराधिक मामले वाले उम्मीदवारों की बात करें तो प्रमुख दलों में से भाजपा के 36 उम्मीदवारों में से 15 ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। वहीं, कांग्रेस के 17 उम्मीदवारों में से 8, झामुमो के 23 उम्मीदवारों में से 7, बसपा के 29 उम्मीदवारों में से 6, राजद के 5 उम्मीदवारों में से 3 और जदयू के दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। बता दें, गंभीर अपराध में वो मामले आते हैं, जिसमें सजा पांच साल या उससे अधिक की होती है। जो केस गैर जमानती हो।
महिलाओं पर अत्याचार करने वाले भी लड़ रहे चुनाव
पहले चरण के 11 उम्मीदवारों ने महिलाओं के विरुद्ध अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं। 4 उम्मीदवारों ने अपने विरुद्ध हत्या से संबंधित मामले (पुरानी आईपीसी धारा-302) घोषित किए हैं। हत्या के प्रयास (आईपीसी धारा 307 और बीएनएस धारा 109) से संबंधित घोषित मामलों वाले 40 उम्मीदवार हैं।
पहले चरण में 235 प्रत्याशी करोड़पति
पहले चरण में उतरे हर तीसरा प्रत्याशी करोड़पति है। 682 प्रत्याशियों में से 235 प्रत्याशी करोड़पति हैं। इन सभी प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.16 करोड़ रुपये है। 63 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति पांच करोड़ या इससे ज्यादा है। 78 उम्मीदवार दो से पांच करोड़ के बीच है।
पहले चरण में सबसे अमीर हैं निर्दलीय प्रत्याशी भूमिज
पहले चरण के सबसे अमीर प्रत्याशी सिंहभूम जिले की पोटका (एसटी) सीट से निर्दलीय कंदोमणि भूमिज हैं। भूमिज की कुल संपत्ति 80 करोड़ है। दूसरे नंबर पर पलामू के डाल्टनगंज से कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा नंद त्रिपाठी हैं, जिनकी संपत्ति 70.91 करोड़ रुपए है। वहीं, रांची सीट से निर्दलीय उतरे आयुष रंजन तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। आयुष की कुल संपत्ति 70.55 करोड़ है।
कोल्हान के नेताओं के पास सबसे ज्यादा बंदूकें वहीं, अगर दोनों चरणों को मिलाकर हथियार की बात की जाए तो कोल्हान के नेताओं के पास सबसे ज्यादा हथियार है। जबकि, बंदूकबाजी के शौकीन पलामू प्रमंडल के नेताओं के पास कम हथियार हैं। आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में सबसे ज्यादा 3000 हथियारों के लाइसेंस पलामू प्रमंडल में है।
बाबूलाल सहित कई के पास हथियार नहीं
शपथ पत्र के अनुसार, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, भाजपा प्रतिपक्ष के नेता अमर बाउरी, विधायक भानु प्रताप शाही, पूर्व विधायक अरविंद सिंह के पास एक भी हथियार नहीं है।
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