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खरगोन जिले के भीकनगांव क्षेत्र में मुक्तिधाम का बंद रास्ता खुलवाने के लिए ग्रामीणों ने शव रोड पर रखकर चक्काजाम किया। इस दौरान भीकनगांव-झिरन्या मार्ग पर ग्रामीणों ने लगभग 2 घंटे हंगामा किया।
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मुक्तिधाम पहुंच मार्ग पर वन विभाग ने नगर वन परियोजना के लिए तार फेंसिंग के लिए पारंपरिक मार्ग को बंद कर दिया था। शव यात्रा जब इस क्षेत्र में पहुंची तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने भीकनगांव-झिरनिया मार्ग पर हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली।
वन विभाग ने गेट लगाकर रास्ता बंद किया।
वन विभाग ने रास्ता बंद किया
जानकारी के अनुसार पिपलिया गांव मांग्या फल्या के आदिवासी निवासी मायाराम नरसिंह की मौत के बाद रविवार रात 10 बजे उनके शव को अंतिम संस्कार करने के लिए आदिवासी पारंपरिक मुक्तिधाम ले जाया जा रहा था। जब वह मुक्तिधाम क्षेत्र में पहुंचे तो रास्ते पर वन विभाग की तार फेंसिंग और गेट पर ताला लगा देख आक्रोशित हो गए। लगभग 2 घंटे तक हंगामा चला। रोड के दोनों तरफ वाहनों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर भीकनगांव पुलिस मौके पर पहुंची। नगर वन उद्यान का ताला खुलवाकर शव को मुक्तिधाम तक पहुंचाकर अंतिम संस्कार कराया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चक्काजाम खुलवाया।
पारंपरिक रास्ता खुलवाना जरूरी
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र के ग्रामीणों का पारंपरिक मुक्तिधाम का रास्ता वन विभाग ने पिछले कुछ दिनों से बंद कर दिया। यह वर्षों से पारंपरिक रास्ता रहा है। भविष्य में विवाद की स्थिति को देखते हुए रास्ते को खोला जाना चाहिए।
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