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शिव मंदिर से कोबरा सांप का रेस्क्यू।
फतेहाबाद के भट्टूकलां के रामलला वाटिका के शिव मंदिर में एक कोबरा सांप निकल आया। सांप कई दिनों से रोजाना शिवलिंग के पास आकर बैठा रहता था। शुरुआत में श्रद्धा का केंद्र बने सांप का अब लोगों की जान का खतरा मानकर रेस्क्यू करने के लिए स्नेक मैन पवन जोगपाल
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जोगपाल ने सांप को रेस्क्यू कर वन्य क्षेत्र में छोड़ दिया। उधर, टोहाना के गांव काना खेड़ा की एक ढाणी में कई घर सांप के कारण दो दिन तक दहशत में रहे। आखिरकार यहां भी सांप को पकड़कर जंगल में छोडने से लोगों ने राहत की सांस ली।
शिवलिंग के पास सांप को पकड़ते हुए पवन जोगपाल।
भट्टू मामले में पवन जोगपाल ने बताया कि उन्हें सुशील शर्मा का कॉल आया था और बताया था कि राम लला वाटिका की कुटिया में बने शिव मंदिर के शिवलिंग के पास रोजाना एक सांप आ रहा है। जिसे यहां से सुरक्षित बाहर छोड़ दिया जाता है। लेकिन वह फिर आ रहा है, जिससे लोगों को खतरा हो सकता है। पवन जोगपाल ने वहां जाकर देखा तो शिवलिंग के पास ही एक पाइप नुमा बर्तन में सांप बैठा था, जिसे बाहर निकालकर काबू किया गया। यह कोबरा प्रजाति का सांप था।
काना खेड़ा में वन्य जीव रक्षक नवजोत ढिल्लो ने किया सांप का रेस्क्यू।
उधर, काना खेड़ा में सांप पकड़ने पहुंचे वन्य जीव रक्षक नवजोत ढिल्लो ने बताया कि दो दिन से यहां की ढाणी के कई घरों में सांप दिखा था। जिससे लोग दहशत में थे। इसके बाद वे यहां पहुंचे तो उन्होंने सांप को पकड़ लिया। सांप एक मकान की सीढ़ी के बनी दरार में छुपा हुआ था। सांप चेकर्ड कीलबैक वाटर स्नेक प्रजाति का निकला। उन्होंने बताया कि यह सांप जहरीला नहीं होता, लेकिन इसके डस लेने से इन्फेक्शन बेहद तेजी से फैलता है।
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