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Nigeria Protest: नाइजीरिया में बेतहाशा बढ़ती महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए 29 नाबालिग किशोरों को शुक्रवार (1 अक्टूबर 2024) को आरोपी बनाया गया और इस मामले में दोषी पाए जाने पर उन्हें मौत की सजा दी जा सकती है. कोर्ट में अपनी दलील रखने से पहले उनमें से चार किशोर थकावट के कारण बेहोश होकर गिर गए थे.
राजद्रोह समेत ये आरोप लगाए गए
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की रिपोर्ट के अनुसार आरोप पत्र में नाइजीरिया में बेतहाशा बढ़ती महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कुल 76 प्रदर्शनकारियों पर 10 संगीन आरोप लगाए गए, जिनमें राजद्रोह, संपत्ति को नष्ट करना, उपद्रव मचाना और विद्रोह करना शामिल है.
आरोप पत्र के अनुसार, नाबालिगों की उम्र 14 से 17 वर्ष के बीच है. नाइजीरिया में महंगाई को लेकर हाल के महीनों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए हैं. युवाओं के लिए बेहतर अवसरों और नौकरियों की मांग को लेकर अगस्त में हुए प्रदर्शन के दौरान कम से कम 20 लोगों को गोली मार दी गई थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
‘नाबालिगों को हाई कोर्ट के समक्ष पेश करना ही गलत’
नाइजीरिया में मृत्युदंड की सजा 1970 के दशक में शुरू की गई थी, लेकिन 2016 के बाद से देश में किसी को भी मौत की सजा नहीं दी गई. अबुजा के एक निजी वकील अकिंतयो बालोगन ने कहा कि बाल अधिकार अधिनियम के तहत किसी भी नाबालिग के खिलाफ अपराधिक कार्यवाही नहीं की जा सकती और न ही उसे मौत की सजा दी जा सकती है, इसलिए नाबालिगों को संघीय हाई कोर्ट के समक्ष पेश करना ही गलत है.
प्रदर्शन में शामिल कुछ किशोरों की पैरवी करने वाले वकील मार्शल अबूबकर ने बताया कि अदालत ने अंततः प्रत्येक प्रतिवादी को जमानत दे दी और उन पर कठोर शर्तें लगाई हैं. अबूबकर ने कहा, ‘‘एक ऐसा देश जिसका कर्तव्य अपने बच्चों को शिक्षित करना है, वह इन बच्चों को दंडित करने का फैसला करेगा. ये बच्चे 90 दिनों से बिना भोजन के हिरासत में हैं.
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