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झारखंड में दोनों चरणों की नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। पहले फेज की 43 सीटों के लिए नाम वापसी का दौर भी खत्म हो चुका है। एनडीए और ‘इंडिया’ में परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। सीट दर सीट चुनावी सीन बता रहा कि सभी पार्टियां कई सीटों पर अपनों
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एनडीए को लीड कर रही भाजपा में अचानक कई सीटों पर बगावत का झंडा बुलंद हुआ तो पार्टी नेतृत्व ने पैनिक बटन दबाया। और रांची, कांके, विशुनपुर, सिसई, देवघर जैसी कई सीटों पर रूठे चेहरों को पार्टी नेताओं ने मना लिया। लेकिन गुमला, जमशेदपुर पूर्वी, लातेहार, हटिया, नाला, धनवार में भाजपा के बागी नहीं माने।
आजसू के लोग भी पार्टी लाइन के खिलाफ एनडीए प्रत्याशियों के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं। आजसू की ओर से अपनों को मनाने की वैसी कोशिश नहीं हुई जैसी भाजपा ने की। ‘इंडिया’ में सिसई और लातेहार में बात बन गई। बागी चेहरों ने पर्चा वापस ले लिया। फिर भी अपनों की यह बगावत पार्टियों के अधिकृत प्रत्याशियों के लिए मुश्किलें खड़ी करेगी। नतीजे प्रभावित हुए तो असर भावी सरकार के स्वरूप पर भी पड़ेगा।
भाजपा के 9 बागी अड़े, तो झामुमो-कांग्रेस के भी 9 ने पर्चा वापस नहीं लिया
भाजपा: हटिया में आजसू के भरत काशी नहीं हटे गुमला : सुदर्शन भगत प्रत्याशी हैं। मिशिर कुजूर बागी हैं। जमशेदपुर पू.: शिवशंकर सिंह व राजकुमार सिंह बागी हैं। लातेहार: आजसू के श्रवण पासवान भी लड़ रहे। हटिया: नवीन के खिलाफ आजसू के भरत काशी डटे हैं। नाला: यहां पूर्व मंत्री सत्यानंद झा बाटुल ताल ठोक रहे हैं। धनवार :बाबूलाल मरांडी के खिलाफ निरंजन राय हंै। आजसू-ईचागढ़ : हरेलाल महतो के खिलाफ अरविंद सिंह। जुगसलाई-रामचंद्र सहिस के सामने भाजपा के विमल बैठा। लोहरदगा-नीरू शांति के खिलाफ भाजपा के रमेश उरांव। जदयू -जमशेदपुर प.: भाजपा के विकास व शम्भू चौधरी। लोजपा- चतरा : लोजपा के सामने आजसू के अशोक गहलौत।
झामुमो: रांची में राजद की रानी कुमारी डटी हैं चक्रधरपुर : सुखराम उरांव के खिलाफ के विजय गागराई। विशुनपुर : यहां कांग्रेस के शिवकुमार भगत बागी हैं। सिमडेगा: भूषण बाड़ा के खिलाफ झामुमो व कांग्रेस के बागी। तोरपा : झाममो के खिलाफ, कांग्रेस के पुनीत हेंब्रम बागी हैं। रांची : महुआ माजी के खिलाफ राजद की रानी कुमारी। कांग्रेस- पांकी : लाल सूरज के खिलाफ बिट्टू सिंह। मनिका :रामचंद्र सिंह के खिलाफ कांग्रेस मुनेश्वर उरांव। राजद- कोडरमा : सुभाष यादव के खिलाफ झामुमो के कामेश्वर महतो डटे हैं तो गोपाल यादव मान गए। नोट : सिसई में झामुमो के जिगा सुसारन होरो और लातेहार में बैद्यनाथ राम के खिलाफ ‘इंडिया’ के बागी बैठ गए हैं।
भाजपा… खूंटी- नीलकंठ सिंह मुंडा झामुमो से कांटे की टक्कर में फंसे हैं। तोरपा- पौलुस सुरीन के नहीं लड़ने से कोचे मुंडा की राह कठिन हुई। रांची- सीपी सिंह के सामने फिर महुआ माजी हैं। कम वोट से हारीं थीं। हटिया- नवीन जायसवाल एंटी इंकंबेंसी से जूझ रहे। आजसू के भरत काशी के लड़ने से परेशानी बढ़ी । चंदनकियारी- आजसू के उमाकांत रजक झामुमो से लड़ रहे। भाजपा के अमर कुमार बाउरी की परेशानी बढ़ी।
झामुमो… गढ़वा-राजद के गिरिनाथ सिंह सपा से लड़ रहे, झामुमो की यह परेशानी है। सरायकेला- गणेश महली के सामने चंपाई सोरेन हैं। झामुमो की राह कठिन। डुमरी-मंत्री बेबी देवी के चुनाव को आजसू की यशोदा देवी व जयराम महतो ने त्रिकोणीय बना दिया है। पोटका-मीरा मुुंडा के प्रत्याशी बनने से संजीव सरदार पर दबाव बढ़ा। जुगसलाई-झामुमो प्रत्याशी मंगल कालिंदी को आजसू के रामचंद्र सहिस से कड़ी चुनौती मिल रही है।
कांग्रेस… पाकुड़-आलमगीर जेल में हैं। प्रत्याशी पत्नी निशहत की यही परेशानी। जरमुंडी -बादल पत्रलेख की मंत्री रहते लोगों से बनी दूरी कांग्रेस के लिए संकट बन सकती है। जामताड़ा- डॉ. इरफान अंसारी के विवादित बोल से कांग्रेस काे नुकसान। {इसके अलावा बड़कागांव, रामगढ़, बेरमो, खिजरी, सिमडेगा, कोलेबिरा, झरिया और बरही की सिटिंग सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी कठिन चुनौती में फंसे हैं।
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