कानपुर के एकता हत्याकांड की पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे उसे इस हत्या के सोची समझी प्लानिंग के तहत किए जाने के संकेत मिलते जा रहे हैं। अबतक की जांच के आधार पर पुलिस का मानना है कि कोई तीसरा भी था जिसे न सिर्फ एकता और विमल के बारे में पता था, बल्कि हत्या में भी वह मददगार है।
अब इसका पता करने के लिए पुलिस ने जिम में आने वाले लोगों, डीएम ऑफिस के कुछ कर्मचारियों और उन महिलाओं को रडार पर ले रखा है जिनके साथ विमल चैट या फोन पर बात करता था। ऐसा इसलिए है क्योंकि जांच के दौरान कई ऐसे बिंदु सामने आए हैं, जिनसे ऐसा नहीं लगता है कि इस पूरे घटनाक्रम को ने अकेले अंजाम दिया था।
जिम आने और बाहर निकलने वालों की टाइमिंग नोट करता था
जांच के दौरान पुलिस को जिम ट्रेनर विमल सोनी की कार से जिम का अटेंडेंस रजिस्टर मिला है। रजिस्टर की जांच से ऐसे संकेत मिले हैं कि उस विमल ने उस दिन हत्या का प्लान पहले से ही बना लिया था। आरोपी हर रोज जिम आने और बाहर निकलने वालों की टाइमिंग नोट करता था।
अटेंडेंस रजिस्टर के बारे में कोई सवाल नहीं किया
उस दिन भी उसने सबकी एंट्री की लेकिन अपने आने-जाने का समय दर्ज नहीं किया। यही नहीं, एकता के भी जिम से निकलने का समय दर्ज नहीं है। विमल और एकता के लापता होने के बाद भी जिम तो चलता रहा लेकिन किसी ने भी अटेंडेंस रजिस्टर के बारे में कोई सवाल नहीं किया, बल्कि नए रजिस्टर में एंट्री शुरू कर दी।
किसी और की मदद भी ली
इसके अलावा एक घंटे के भीतर ग्रीन पार्क की पार्किंग से गंगा बैराजा और बिठूर तक जाकर डीएम कंपाउंड स्थित ऑफिसर्स क्लब के परिसर में गड्ढा खोदकर उसमें एकता का शव डालना एक आदमी के लिए संभव नहीं था। ऐसे में इस बात से भी पुलिस इन्कार नहीं कर रही कि आरोपी ने शव को ठिकाने लगाने के लिए किसी और की मदद नहीं ली।
एक-एक कर पूछताछ का सिलसिला शुरू कर सकती है पुलिस
चूंकि आरोपी के फोन में कई महिलाओं के साथ चैट मिली हैं, इसलिए जल्द ही वह सभी पुलिस की जांच के दायरे में आ सकती हैं। साथ ही डीएम कंपाउंड में एक्सेस देने और चाभी तक मुहैया कराने वाले जिम्मेदारों से भी पुलिस जल्द पूछताछ कर सकती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के बाद पुलिस उन लोगों से एक-एक कर पूछताछ का सिलसिला शुरू कर सकती है।