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नई दिल्ली: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोस्त हैं. इस दोस्ती की बानगी पूरी दुनिया देख चुकी है. उत्तर कोरिया रूस-यूक्रेन युद्ध में भी रूस की मदद कर ही रहा था. अब इसी मोर्चे से एक बड़ी खबर सामने आई है. उत्तर कोरिया यूक्रेन युद्ध में अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है, तथा सैन्य इंजीनियर अब यूक्रेन पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला करने में रूस की सहायता कर रहे हैं. यह दावा उत्तर कोरिया के दुश्मन देश दक्षिण कोरिया का है.
द वॉर ज़ोन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों, जिनमें अधिकारी भी शामिल हैं, को रूसी सेना के साथ तैनात किया गया है, जो किसी विदेशी सरकार द्वारा रूस के आक्रमण का समर्थन करने के लिए वर्दीधारी सैनिकों को भेजने का पहला उदाहरण है. बता दें कि अब तक नाटो देशों को यूक्रेन की ओर सैन्य “सलाहकार” भेजने के लिए जाना जाता है.
क्यों उत्तर कोरिया रूस की कर रहा है मदद?
वॉर ज़ोन रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया को अपने हथियारों का परीक्षण करने और वास्तविक दुनिया में उच्च तीव्रता वाले युद्ध का अनुभव प्राप्त करने से लाभ होता है. यूक्रेन ने रूस में उत्तर कोरियाई गोला-बारूद डिपो को निशाना बनाकर जवाब दिया है. गुप्त सूचना वाली अमेरिकी रिपोर्ट से पता चलता है कि रूस ने यूक्रेन के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर हमलों में उत्तर कोरिया की छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों (SRBM) का इस्तेमाल किया है, जिसमें KN-23 और KN-24 शामिल हैं. मालूम हो कि फरवरी 2022 में युद्ध छिड़ने के बाद से, उत्तर कोरिया ने कथित तौर पर रूस को एक मिलियन से अधिक तोपखाने के गोले दिए हैं.
उत्तर कोरिया का समर्थन इस विश्वास से उपजा हो सकता है कि रूस की जीत अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को हटाने के लिए एक मिसाल कायम करेगी. दंडात्मक उपायों ने उत्तर कोरिया को अपने आर्थिक अस्तित्व के लिए चीन पर बहुत अधिक निर्भर रहने के लिए मजबूर किया है, जिससे उसकी रणनीतिक स्वायत्तता कमज़ोर हो गई है. चूंकि उत्तर कोरिया ने युद्ध में सैनिकों की तैनाती करके अपनी भागीदारी बढ़ा दी है, इसलिए यूक्रेन ने इन बलों को निशाना बनाकर तथा आपूर्ति लाइनों को बाधित करके जवाबी कार्रवाई की है.
Tags: Kim Jong Un, Russia ukraine war, Vladimir Putin
FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 10:47 IST
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