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नई दिल्ली: इजरायल-ईरान के बीच अब भी माहौल गरम है. इजरायल ने तो बदला ले लिया, मगर ईरान अब पलटवार करेगा. इजरायल-ईरान जंग के बीच आज यानी सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी मीटिंग है. ईरान की गुहार पर यूएनएससी की यह इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है. दरअसल, 1 अक्टूबर के हमले के जवाब में इजरायल ने ईरान पर शनिवार की सुबह को ताबड़तोड़ हमला किया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्विट्जरलैंड के अध्यक्ष ने यह जानकारी दी कि बैठक ईरान के अनुरोध पर होगी. अल्जीरिया, चीन और रूस ने भी इसका समर्थन किया है. इजरायल के पलटवार के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है.
इजरायल का यह लेटेस्ट अटैक उस 1 अक्टूबर वाले हमले का जवाब था, जब ईरान ने 200 से अधिक मिसाइलों से इजरायल को धुआं-धुआं कर दिया था. तब से ही बेंजामिन नेतन्याहू बदले की आग में जल रहे थे. मगर शनिवार को इजरायल ने ईरान पर पूरी ताकत से हमला किया. इस हमले में कम से कम चार ईरानी सैनिक मारे गए. ईरान ने कहा कि इससे कुछ रडार सिस्टम को थोड़ा नुकसान हुआ है.
इस बीच इजरायल की सेना ने तेहरान को किसी भी तरह के जवाबी हमले के खिलाफ चेतावनी दी है. दावा किया जा रहा है कि ईरान के अधिकारियों और मीडिया ने इजरायली हमलों को कम करके आंका है और अपनी रक्षात्मक क्षमताओं पर जोर दिया है. हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर कोई जवाबी कार्रवाई की बात नहीं कही है. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने मारे गए ईरानी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और बिना किसी डर के अपनी जमीन की रक्षा करने के उनके प्रयासों की सराहना की.
इजराइल ने अपने इस कट्टर दुश्मन को चेतावनी दी है कि वो इस हमले का कोई जवाब देने की कोशिश न करे. मगर पेजेशकियान ने साफ कहा है कि ईरान इजरायल को छोड़ेगा नहीं, वह बदला लेकर रहेगा. इजरायल का कहना है कि उसका मकसद पूरा हो गया और उसका अटैक सफल रहा. दाना किया जा रहा है कि ईरान की राजधानी के दक्षिण-पूर्व में स्थित उस गुप्त सैन्य अड्डे पर इजराइल के हमले से काफी नुकसान पहुंचा है, जिसे अतीत में विशेषज्ञों ने तेहरान के तत्कालीन परमाणु हथियार कार्यक्रम से संबद्ध बताया था. इस हमले में एक अन्य सैन्य अड्डे को नुकसान पहुंचा, जो ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से जुड़ा था. मगर ईरान की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
ईरान की सेना ने शनिवार सुबह इजराइल के हमले से खोजिर या पारचिन में हुए नुकसान की पुष्टि नहीं की है. हालांकि, उसने कहा है कि हमले में देश की वायु रक्षा प्रणाली में काम कर रहे चार ईरानी सैनिक मारे गए. हालांकि, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार को से कहा कि इजराइली हमले को ‘बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए.’ उन्होंने तत्काल जवाबी हमले का आह्वान किया.
Tags: Israel, Israel Iran War, Israel News
FIRST PUBLISHED : October 28, 2024, 08:56 IST
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