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बिलारी पुलिस की हिरासत में आरोपी
– फोटो : संवाद
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बिलारी थाना क्षेत्र के स्योंडारा गांव में दो सगी नाबालिग बहनों के अपहरण के आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उसके दाहिने पैर में दो गोली लगी हैं। उसे बिलारी सीएचसी में प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। स्योंडारा गांव निवासी वृद्ध की 13 वर्षीय और नौ वर्षीय पोती शनिवार देर शाम जब स्योंडारा बस स्टेंड के निकट स्थित शनि मंदिर से पूजा करके लौट रहीं थीं।
इस बीच बाइकसवार युवक ने दोनों बहनों का अपहरण कर लिया था। एक बहन को तो घटनास्थल से लगभग एक किलो मीटर आगे और दूसरी बहन को पांच किलोमीटर दूर संभल जिले के थाना कुढ़फतेहगढ़ के बेरनी गांव के संपर्क मार्ग पर छोड़ा था। परिजनों को तलाशने के दौरान बड़ी बहन रोती हुई बदहवास हालत में मिली थी।
आरोपी आसे निवासी ग्राम चौकोनी थाना सेफनी जिला रामपुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पुलिस पूछताछ में पीड़ित किशोरी ने यह भी बताया था कि उसके साथ गलत काम किया है। पुलिस ने रात में ही किशोरी को मेडिकल उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया था। इस घटना से स्योंडारा गांव में शनिवार को आधी रात तक काफी गहमा गहमी का माहौल रहा था।
दो नाबालिग बहनों से जुड़ी घटना के मददेनजर एसएसपी ने शीघ्र खुलासा करने के निर्देश दिए थे। बिलारी पुलिस के अलावा एसओजी को भी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाया था। रविवार सुबह से ही पुलिस की कई टीमें आरोपी आसे की गिरफ्तारी के लिए थाना बिलारी और थाना सेफनी क्षेत्र में लगी हुई थीं।
शाम के समय पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी आसे बिलारी स्योंडारा रोड पर जा रहा है। बिलारी पुलिस और एसओजी की टीम ने जब घेराबंदी की तब आरोपी ने पुलिस टीम की ओर फायर किया। बाद में पुलिस ने भी आत्मरक्षा के लिए जबावी फायरिंग की तब दो गोली आरोपी आसे के दाहिने पैर में लगीं।
आसे की तलाशी लेने पर उससे 315 बोर का तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए। पुलिस घायल आसे को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलारी लेकर आई। यहां मेडिकल जांच और उपचार के बाद आरोपी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बिलारी सर्किल के पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश तिवारी सीएचसी बिलारी पहुंचे। उन्होंने पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की।
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