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अखिल भारतीय किसान सभा ने बैठक की।
झज्जर में अखिल भारतीय किसान सभा ने बैठक की। जिसमें किसानों की स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की गई। इसके साथ ही 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया। विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए 28 अक्टूबर को किसान सभा पूरे प्रदेश में जिला उपायुक्तों के माध्यम से सरकार को ज्
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किसान सभा संयोजक सुरेंद्र सिवाच ने बताया कि मीटिंग में धोड़ गांव से निकलने वाली प्रस्तावित हाई टेंशन पावर लाइन का विरोध किया गया। मीटिंग में शामिल गांव के लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज की।
पराली के नाम पर किसानों को बदनाम किया जा रहा- प्रीत सिंह
किसान सभा राज्य उपप्रधान प्रीत सिंह ने कहा कि झज्जर जिले के कई गावों में जलभराव की समस्या है। पिछले मुआवजे लंबित हैं, प्रदेश भर में पराली के नाम पर किसानों को बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार पराली प्रबंधन के लिए कुछ नहीं कर रही, पराली प्रबंधन की व्यवस्था करने की बजाय मुकदमे दर्ज कर दो सीजन के लिए खरीद पर रोक लगा रही है, खाद की किल्लत बनी हुई है। डीएपी के साथ जबरदस्ती अन्य चीजें किसानों को बेची जा रही है। खाद की दुकानों पर स्टॉक रजिस्टर नहीं रखा गया है।
इन मुद्दों के समाधान के लिए कल 28 अक्टूबर को किसान सभा पूरे प्रदेश में जिला उपायुक्तों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन देगी। झज्जर में भी कल डीसी के माध्यम से सरकार के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।
26 नवंबर को मनाया जाएगा चेतावनी दिवस
किसान सभा राज्य महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि किसान आंदोलन के लंबित मुद्दों को हल करवाने के लिए 26 नवंबर को सभी जिलों में चेतावनी दिवस मनाया जाएगा जिसके तहत प्रदर्शन किए जाएंगे।
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