[ad_1]
पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया सोनू का शव।
हिसार जिले के बुगाना गांव में 17 अक्टूबर को युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक सोनू के परिजन सोमवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए राजी हो गए। शव का हिसार के नागरिक अस्पताल में शाम 6 बजे पोस्टमॉर्टम हुआ।
.
इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए गांव सोनू की डेड बॉडी ले गए। पुलिस प्रशासन आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी गए। वहीं बहबलपुर में धरने पर बैठे लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गांव में चले गए।
बोर्ड का गठन कर किया गया शव का पोस्टमॉर्टम
मृतक सोनू की उसकी दुकान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 5वें दिन शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए परिजन तैयार हुए। वही परिजनों की मांग पर पोस्टमॉर्टम की विडियो ग्राफी करवाई गई। डॉक्टरों की विशेष टीम से शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया।
धरने में पहुंचे थे मंत्री रणबीर गंगवा
बहबलपुर धरने पर पहली बार मंत्री बनने के बाद 19 अक्टूबर को बरवाला विधायक रणबीर गंगवा पीड़ित परिवार से मिलने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे थे, और परिजनों को आश्वासन दिया था कि किसी भी सूरत में आरोपियों को नही बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने परिजन और ग्रामीणों से कहा था कि आप मृतक सोनू के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर अंतिम संस्कार कर दे। ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके। लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे थे ।
अस्पताल में मौजूद पुलिस और मृतक के परिजन।
17 अक्टूबर को गोली मारकर की थी हत्या
बता दे कि बुगाना गांव में 17 अक्टूबर को दुकानदार सोनू की बाइक सवार 3-4 युवकों ने सुबह गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। बरवाला थाना पुलिस ने मृतक के भाई रोहताश के बयान पर 7 नामजद सहित 9 पर मामला दर्ज कर किया है। इस दौरान 17 अक्टूबर को आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए परिजनों व ग्रामीणों ने हिसार-चंडीगढ़ रोड़ पर जाम लगा दिया था।
इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को काबू किया था। जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए घटना स्थल से शव को उठाने दिया था। 18 अक्टूबर को सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हिसार में नागरिक अस्पताल के पास रोड जाम किया था।
पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव
ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को कार्यालय में एसपी दीपक सहारण से मिला और अपनी बात रखी थी। एसपी ने तब पीड़ित परिवार को एक गनमैन मुहैया करा दिया था और पीड़ित परिवार के घर के पास जिप्सी तैनात करने के आदेश दिए थे। पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों की आपत्ति के बाद केस की जांच बरवाला थाना पुलिस से लेकर एएसपी राजेश कुमार मोहन के नेतृत्व में बनी एसआईटी को सौंप दी थी। मगर उसके बावजूद ग्रामीण शनिवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाने पर सहमत नहीं हुए थे। सोमवार शाम करीब 6 बजे परिवार वालों ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया और गांव में अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
[ad_2]
Source link