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फिर एक्टिव हुए इंदरसिंह नामधारी, बेटे का बनेंगे रणनीतिकार
पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी राजनीति से संन्यास ले चुके हैं। मगर वर्षों बाद इस विधानसभा चुनाव में वे रणनीतिकार की भूमिका में नजर आएंगे। छह बार डाल्टेनगंज सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीति के धुरंधर इंदर सिंह नामधारी इस बार अपने बेटे दिलीप सिंह
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सोशल मीडिया में साझा की मन की बात कार्यकर्ताओं ने पिता-बेटा को फूल माला से लाद दिया। दिलीप सिंह नामधारी के चुनाव लड़ने की जानकारी इंदर सिंह नामधारी ने सोशल मीडिया में भी साझा की। उन्होंने लिखा कि कार्यकर्ताओं के आग्रह पर दिलीप ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ पुराने साथियों तथा जनता ने दिलीप को जिताने का संकल्प लिया। दिलीप सिंह नामधारी के चुनाव में उतरने की चर्चा जोरों पर थीं। शनिवार को नामांकन पत्र खरीद कर दिलीप ने अपना चुनाव लड़ना कन्फर्म कर दिया था।
दो बार लड़ चुके हैं चुनाव मालूम हो कि इसके पूर्व दिलीप सिंह नामधारी दो चुनाव लड़ चुके हैं। 2009 का चुनाव दिलीप ने बीजेपी की टिकट पर लड़ा था। कांग्रेस उम्मीदवार केएन त्रिपाठी के साथ कांटे की टक्कर हुई थी। जिसमें 4233 वोट से दिलीप सिंह नामधारी पराजित हुए थे। केएन त्रिपाठी को 43571 और दिलीप को 39338 वोट मिला था। 37380 वोट लाकर अनिल चौरसिया तीसरे नंबर पर रहे थे। 2014 के चुनाव में भी दिलीप सिंह नामधारी को हार मिली थी।
उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडा था और चौथे नंबर पर रहे थे। जेवीएम प्रत्याशी आलोक चौरसिया की जीत हुई थी। आलोक को 59202 वोट मिला था। दूसरे स्थान पर कांग्रेस के केएन त्रिपाठी को 54855, तीसरे स्थान पर भाजपा के मनोज सिंह को 42597 वोट औरचौथे स्थान पर रहने वाले दिलीप सिंह 18892 वोट मिला था।
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