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रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में गणेश धाम के पास गोमुखी क्षेत्र में नर कछुआ के मुंह में मछली पकड़ने का कांटा लगा हुआ मिला था। जिसका रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी हॉस्पिटल में उपचार किया गया।
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रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी ऑफिसर डॉ. सीपी मीणा ने बताया कि रणथम्भौर की आरओपीटी रेंज में योगेश शर्मा वनपाल को गश्त के दौरान गोमुखी क्षेत्र में घायल नर कछुआ मिला।जिसकी सूचना उन्होंने रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी टीम दी। वन विभाग की टीम चोट से घायल कछुए को रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के वेटरनरी हॉस्पिटल लेकर पहुंची। जहां CCF (मुख्य वन संरक्षक) रणथम्भौर टाइगर रिजर्व अनूप के आर के निर्देशन में वेटरनरी ऑफिसर डॉ. चन्द्र प्रकाश मीणा ने एनस्थीसिया देकर कछुए की आपरेशन किया। टीम ने 40 मिनट तक सर्जरी कर कांटे को निकाला। जिसके बाद पुनः नर कछुए को रिवाइवल मेडिसिन देकर स्वास्थ्य परीक्षण कर आर ओ पी टी रेंज में रिलीज़ कर दिया। इस दौरान जीतसिंह खंगार पशु धन सहायक, बलराम सिंह आदि लोगों ने सहयोग किया। वेटरनरी ऑफिसर डॉ. सीपी मीणा ने बताया की कछुआ रेप्टाइल्स पशु है, जिसकी रणथम्भौर टाइगर रिजर्व की टीम ने जान बचाई है।
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