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नाथूराम मिर्धा के स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद रेवंतराम डांगा ने नारे लगाए।
राजस्थान 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। भाजपा ने नागौर की खींवसर समेत 6 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। खींवसर विधानसभा सीट पर भाजपा ने रेवंतराम डांगा को प्रत्याशी बनाया है।
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रेवंतराम डांगा 2023 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी थे और काफी नजदीकी मुकाबले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) प्रमुख हनुमान बेनीवाल से 2059 मतों से हार गए थे। इसी वजह से पार्टी ने हारे हुए प्रत्याशी को दूसरी बार मौका दिया है।
टिकट की घोषणा के बाद रविवार को रेवंतराम डांगा ने खरनाल (नागौर) पहुंचे और लोकदेवता तेजाजी महाराज के मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे नागौर पहुंचे। नागौर में वे नाथूराम मिर्धा स्मारक पहुंचे जहां प्रतिमा को माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी।
नागौर में किसान नेता नाथूराम मिर्धा की प्रतिमा को माला पहनाते रेवंतराम डांगा।
इसके बाद उन्होंने चुनावी तैयारी, RLP की चुनौती और खींवसर में विकास के मुद्दों को लेकर दैनिक भास्कर से खास बातचीत की
सवाल : उपचुनाव में किस तरह की चुनौती है?
जवाब : इस बार किसी तरह की काेई चुनौती नहीं है। खींवसर में जनता चुनाव लड़ेगी। भाजपा ने खींवसर की आम जनता पर विश्वास जताकर उनके प्रतिनिधि के रूप में मुझे दूसरी बार मौका दिया है। छत्तीस कौम के लोगों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और खींवसर में ज्यादा अंतर से चुनाव जीतेंगे।
सवाल : यहां टिकट के कई दावेदार थे, अब सबको साथ कैसे रख पाएंगे? लोकसभा प्रत्याशी डॉ. ज्योति मिर्धा की क्या भूमिका रही?
जवाब : भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता डॉ. ज्योति मिर्धा, कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और सीआर चौधरी ने सहयोग किया। टिकट मांगना सबका अधिकार है, अब हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सब भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। ये चुनाव सिर्फ मैं नहीं, सभी वरिष्ठ नेता और धरातल से जुड़े हुए लोग मिलकर लड़ेंगे। इस बार खींवसर में फतेह होगी और क्षेत्र का विकास होगा।
सवाल: RLP का दावा है कि डांगा को 30 हजार वोटों से हराएंगे।
जवाब : दावा कोई भी कर सकता है। कई बार जिनको थोड़े से वोट मिलते हैं वो भी जीत का दावा करते हैं। खींवसर में इस बार अलग-सा माहौल है। सभी लोगों ने परिवर्तन करने का मन बना लिया है। वोटर डबल इंजन की सरकार के साथ रहेंगे। एक किसान पुत्र के रूप में मैं जनता के बीच रहूंगा। इस बार बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे।
सवाल : खींवसर के लिए क्या विजन है? क्या प्राथमिकता रहेगी?
जवाब : विकास के कई काम ऐसे हैं जो सरकार के साथ न रहने की वजह से अवरुद्ध हैं। खींवसर में बहुत बड़ा माइनिंग क्षेत्र है, इसलिए यहां के किसानों को खनन के लिए छोटे भू-पट्टे मिलने चाहिएं। किसानों को अपने खेत में खनन का पट्टा मिलना चाहिए। ताकि वे व्यवसाय कर सकें। सरकार को रेवेन्यू भी मिले। विकास के कई काम रुके हुए हैं। पानी की कमी है, ढाणियों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। ये विकास कार्य तभी हो पाएंगे, जब खींवसर इलाके की भागीदारी सरकार में होगी।
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