[ad_1]
रात में खाद बिक्री केंद्र के बाहर डीएपी के लिए इंतजार करते किसान।
चरखी दादरी जिले के बाढ़ड़ा में खाद बिक्री केंद्र पर रात के अंधेरे में भी किसान डीएपी खाद का इंतजार करते रहे। लेकिन डीएपी के करीब एक हजार बैग खाद बिक्री केंद्र पर पहुंचने के बाद भी उनका वितरण नहीं हो सका। जिसके चलते दिनभर से डीएपी लेने के लिए इंतजार में
.
बता दें कि रबी सीजन की फसलों की बुआई का समय आ चुका है। लेकिन चरखी दादरी जिले में किसानों को डीएपी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। समय पर डीएपी खाद नहीं मिलने के कारण फसलों की बुआई का समय प्रभावित हो रहा है। किसानों को शनिवार को सूचना मिली थी कि सरकारी खाद बिक्री केंद्रों पर डीएपी पहुंचेगी। जिसके चलते शनिवार को दिनभर किसान खाद बिक्री केंद्रों पर डेरा डाले बैठे रहे। डीएपी के इंतजार में किसानों को वहां बैठे-बैठे अंधेरा हो गया, लेकिन किसान डीएपी लेने के लिए वहां बैठै रहे।
देर शाम बाढ़ड़ा में करीब एक हजार डीएपी के बैग पहुंचे जिसके बाद किसानों में उम्मीद जगी कि दिनभर के इंतजार के बाद आखिरकार अब उन्हें डीएपी खाद मिलेगा। लेकिन रात के समय लेबर नहीं मिलने के कारण डीएपी के ट्रक अनलोड नहीं किए जा सके। जिसके चलते खाद बिक्री केंद्र प्रबंधक ने किसानों को साफ तौर पर कह दिया कि ट्रक अनलोड हुए बगैर डीएपी का वितरण नहीं करवाया जा सकता।
वहीं रविवार को छुट्टी के चलते वितरण नहीं किया जा सकता। जिसके चलते अब सोमवार को ही डीएपी खाद का वितरण किया जाएगा। जिसके बाद दिनभर से इंतजार कर रहे किसान मायूस होकर खाली हाथ घर लौटने को मजबूर हुए ।
घंटों किया इंतजार लेकिन नहीं मिला खाद- किसान
डीएपी खाद लेने पहुंचे किसान वेदप्रकाश काकड़ौली, भीम सिंह डालावास, मंदीप और सतबीर आदि ने कहा कि वे दिनभर खेतों में काम छोड़कर डीएपी के इंतजार में बैठे रहे, लेकिन उन्हें डीएपी खाद नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को शीघ्र किसानों को डीएपी खाद उपलब्ध करवाना चाहिए।
5 हजार बैग की थी डिमांड, पहुंचे 1 हजार- पैक्स प्रबंधक
बाढ़ड़ा खाद बिक्री केंद्र प्रबंधक जयवीर मलिक ने बताया कि उनके द्वारा 5 हजार डीएपी बैग की डिमांड भेजी गई थी। लेकिन बाढ़ड़ा में फिलहाल एक हजार बैग ही पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि श्रमिक नहीं मिलने के कारण रात के समय ट्रक अनलोड नहीं हो पाए। जिसके चलते खाद का वितरण नहीं हो पाया है। वहीं रविवार को छुट्टी है, जिसके चलते सोमवार को डीएपी का वितरण किया जाएगा। मलिक ने कहा कि डीएपी लेने वाले किसानों की भीड़ को देखते हुए निर्धारित किया जाएगा कि एक किसानों को कितने डीएपी के बैग देने हैं।
[ad_2]
Source link