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बच्चियों के सशक्तीकरण के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री राजश्री योजना की जगह राज्य सरकार लाडो प्रोत्साहन योजना लेकर आई है। लाडो योजना महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित की जाएगी। वहीं, राजश्री योजना से राशि भी दाे गुना कर दी है। 50 हजार की जगह अ
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इसी प्रकार लाडो योजना में 12वीं क्लास में प्रवेश पर ही राशि दे दी जाएगी, जबकि राजश्री योजना में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही राशि मिलती थी। वहीं, बच्ची के जन्म पर सेविंग बॉण्ड की जगह अब संकल्प-पत्र मिलेंगे। राजश्री में पहले 6 किश्तों में राशि मिलती थी। लाडो योजना में 50 हजार रु. की एकमुश्त अतिरिक्त राशि दिए जाने के लिए 7वां चरण जोड़ा गया है।
परिवार की सभी बालिकाओं को मिलेगा लाभ; लाडो योजना की खास बात यह है कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक बालिकाओं तक पहुंचाने के लिए परिवार की बालिकाओं की संख्या की सीमा का प्रावधान हटा दिया है। इसमें परिवार में जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं को सभी लाभ मिलेंगे। जबकि राजश्री योजना में प्रथम दो किश्त का लाभ जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं को मिलता है। तीसरी से लेकर आगे की किश्तों का लाभ परिवार की अधिकतम 2 जीवित संतानों को ही देय है।
एक भी किश्त ब्रेक हुई तो रुक जाएगी अगली किश्त इस योजना का पूरा लाभ तभी मिलेगा, जब पहले की सभी किश्तें प्राप्त कर ली गई हों। तभी योजना की अगली किश्त की राशि मिलेगी। तीसरी से सातवीं किश्त के बीच में किसी भी किश्त की राशि नहीं लिए जाने की स्थिति में उचित कारण का उल्लेख करते हुए पात्रता पूर्ण करने वाली बालिका को अगली किश्त का लाभ मिल सकेगा। हालांकि, पहली दो किश्तों का लाभ लेना अनिवार्य होगा।
7 चरणों में कैसे और किन बच्चियों को मिलेगा योजना का लाभ
- राजकीय व अधिस्वीकृत निजी अस्पतालों में बालिका के जन्म पर पहली किश्त-2500 रु.
- एक वर्ष की आयु व सभी टीकाकरण पूर्ण करने पर दूसरी किश्त-2500 रु.
- राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किश्त-4000 रु.
- राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर चौथी किश्त-5000 रु.
- राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में 10वीं क्लास में प्रवेश लेने वाली बालिका को 5वीं किश्त-11000 रु.
- राजकीय व सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में 12वींं क्लास में प्रवेश लेने पर छठी किश्त-25000 रु.
- सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थानों में स्नातक उत्तीर्ण करने व 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर डीबीटी के माध्यम से 7वीं किश्त का भुगतान होगा-50,000 रुपए।
“मुख्यमंत्री राजश्री योजना को लाडो योजना में समायोजित कर दिया है। अब 50 हजार की जगह एक लाख रु. की राशि दी जाएगी, जो छह की बजाए सात किश्तों में दी जाएगी।” – महेंद्र सोनी, शासन सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग
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