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Delhi Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या गहराने लगी है। आनंद विहार इलाके में शनिवार को शाम को सात बजे एक्यूआई 457 दर्ज किया गया। इसके साथ ही सियासत गर्म हो गई है।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है। कुछ इलाकों में तो एक्यूआई ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को शाम 4 बजे औसत एक्यूआई 278 दर्ज किया गया। दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर आनंद विहार शनिवार को सबसे अधिक प्रदूषित स्थान के रूप में चिह्नित किया गया। यहां पर प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया।
आनंद विहार इलाके में शनिवार को शाम को सात बजे एक्यूआई 457 दर्ज किया गया। शुक्रवार को आनंद विहार में एक्यूआई 352 दर्ज किया गया था। पटपड़गंज में एक्यूआई 301, रोहिणी में 322, वजीरपुर में 349, जहांगीरपुरी में 337, मुंडका में 364, बवाना में 345 दर्ज किया गया। इससे राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने सत्तारूढ़ आप पर स्थिति से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि मौसम की बदलती परिस्थितियों और तापमान में गिरावट के कारण आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार धूल प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसमें निवासियों के सहयोग की जरूरत है। अब तक धूल नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कुल 17.40 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
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