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स्टेशन जाने वाले यात्रियों को बीच रास्ते में उतार दिया।
रतलाम रेलवे स्टेशन पर पार्किंग स्टैंड से मैजिक को हटा कर स्थान बदलने को लेकर शनिवार को विरोध शुरू हो गया। शनिवार रात मैजिक और ऑटो चालकों ने रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को बीच रास्ते में ऑटो से उतारना शुरू कर दिया। स्टेशन पर मैजिक और ऑटो भी नहीं
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दिलबहार चौराहे पर रेल प्रशासन के खिलाफ विरोध जताते मैजिक व ऑटो यूनियन पदाधिकारी व चालक।
शनिवार रात अचानक मैजिक और ऑटो चालकों ने सिटी से स्टेशन जाने वाले सवारियों को बीच रास्ते में दिलबाहर चौराहे पर ही उतारना शुरू कर दिया। सवारी भी नहीं समझ पाए कि आखिर बीच रास्ते में क्यों उतारा जा रहा है। कई सवारी फैमिली के साथ थे। उन्हें पैदल ही अपने सामान के साथ स्टेशन जाना पड़ा। रात के समय अधिकतर ट्रेनों का समय था। ऐसे में स्टेशन पर मैजिक और ऑटो नहीं होने से यात्रियों को परेशानी हुई।
ट्रेन से आए यात्री मैजिक और ऑटो तलाश करते रहे। दिलबहार चौराहा तक पैदल आना पड़ा। इसके बाद ऑटो और मैजिक मिला। इस दौरान कुछ यात्रियों की बहस भी ऑटो चालकों से हुई। बुजुर्ग यात्रियों को भी परेशानी हुई। सवारियां उतार कर दिलबहार चौराहे पर ऑटो खड़े कर दिए।
दिलबहार चौराहे पर ऑटो रोक सवारी को उतारते हुए।
बता दे कि रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए मैजिक स्टैंड निर्धारित हैं। रेलवे ने पॉर्किंग बना रखी है और ठेकेदार भी नियुक्त कर रखा है जो प्रति मैजिक और ऑटो से हर चक्कर के 10 रुपए लेता है। प्लेटफॉर्म 4 पर से आने वाले यात्री को सामने ही मैजिक खड़ी मिल जाती थी। हालांकि, पिछले दिनों आरपीएफ के जवानों ने मैजिक चालकों को हटा कर पीछे अन्य स्थान पर खड़ा कर दिया। इसका मैजिक चालक विरोध कर रहे है। गुरुवार को मैजिक और ऑटो यूनियन ने रतलाम रेल मंडल डीआरएम रजनीश कुमार से मिल ज्ञापन सौंपा। उन्हें 48 घंटे का समय दिया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इस कारण मैजिक यूनियन के साथ ऑटो चालकों ने विरोध शुरू कर दिया।
स्टेशन पर ऑटो व मैजिक नहीं मिलने पर सामान व बच्चे को गोद में लेकर जाते हुए।
रेलवे का कोई जिम्मेदार नहीं आया
स्टेशन पर जाने वाले यात्रियों को बीच रास्ते में उतारने की सूचना पर रेलवे की तरफ से कोई नहीं आया। स्टेशन रोड पुलिस और ट्रेफिक पुलिस थाना के जवान आए, लेकिन ट्रेफिक को हटाने में लगे रहे। इनके सामने ही सवारियों को ऑटो से उतारा जा रहा था, लेकिन किसी ने नहीं रोका।
एस दौरान बैंगलोर जा रहे रोहित ने बताया कि स्टेशन जाने के दौरान उन्हें ऑटो में से बीच रास्ते में उतार दिया गया। कहां थोड़ी देर रुको। हम 6 से 7 लोग है। वहीं, आगरा जा रहे राहुल सारस्वत अपने बच्ची और वाइफ के साथ थे। इन्हें भी स्टेशन के पहले ही उतार दिया। राहुल ने बताया कि क्यों उतारा पता नहीं। स्टेशन पर ऑटो नहीं जाने की बात कही।
हमें पार्किंग से दूर कर दिया- यूनियन अध्यक्ष
मैजिक और टेम्पो यूनियन अध्यक्ष राजकुमार कुमार जैन लाला ने कहा कि मैजिक और ऑटो संयुक्त रूप से खड़े कर दिए है। रेलवे ने हमें पार्किंग से दूर कर दिया है। डीआरएम को समस्या बताई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हमें वहीं स्टैंड चाहिए। सवारी उतारना हमारा अधिकार है।
स्टेशन पर मैजिक व ऑटो नहीं खड़े किए गए।
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