[ad_1]
अब तक दीपावली से पहले घरों में ही सफाई होती रही है लेकिन इस बार मुख्यमंत्री की पहल पर प्रदेश के प्रत्येक चिकित्सा संस्थान में भी सफाई होगी। न सिर्फ सफाई बल्कि छोटी-बड़ी टूट-फूट को भी दुरुस्त किया जाएगा। प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने इस संबंध में र
.
राठौड़ ने एक लंबे-चौड़े पत्र में कहा है कि जिस तरह दीपावली पर हम अपने घरों की सफाई करते हैं, वैसे ही हमें अपने कार्य स्थलों की सफाई की जाए। इसके लिए सभी अस्पतालों को उपलब्ध बजट और उसके नियम भी बताए गए हैं ताकि अधिकाधिक बजट से बेहतर काम हो सके। इस सफाई अभियान के लिए सरकार को कोई अलग से बजट नहीं दिया गया है।
सफाई अभियान में ये होंगे काम
- सीवर लाइन की सफाई
- शौचालय और बाथरुम में लीकेज को जीरो करना है
- बिजली के तारों को दुरुस्त करवाया जाएगा।
- पंखे स्वीच, लाइट्स को दुरुस्त करवाया जाएगा, कहीं कोई करंट नहीं हो।
- खिड़कियों के टूटे शीशे टूटे हुए हैं तो बदले जाएंगे
- सभी कमरों में नया पेंट करवाना होगा, जो पांच साल तक खराब नहीं हो।
- जहां मरीजों की आवाजाही रहती हैं, वहां टाइल्स लगाई जाएगी।
ऐसे होगी बजट की व्यवस्था
सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों को वार्षिक रखरखाव का अनुदान मिलता है। जिसका उपयोग इस काम में होगा। सभी अस्पतालों में मेडिकल रिलीफ सोसायटी के फिक्स्ड डिपोजिट में राशि हे, उसका उपयोग किया जा सकता है। नियमों का हवाला देते हुए ये भी बताया गया है कि पचास हजार रुपए तक की सीमा भुगतान किए जा सकते हैं। सेनेटरी, वाटर सप्लाई व बिजली आदि के लिए भी पचास हजार रुपए मिलते हैं।
[ad_2]
Source link