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Hamas Confirms Death of Leader Yahya Sinwar: इजरायल-हमास जंग के बीच इजरायल ने बीते दिन ऐलान किया था कि उसने हमास के चीफ याह्या सिनवार को मार गिराया है. इसके बाद अब हमास ने भी इसकी पुष्टी कर दी है. हालांकि संगठन ने कहा है कि उसके लीडर की मौत के बाद संगठन और भी मजबूत बनकर उभरेगा.
हमास के एक प्रमुख राजनीतिक नेता खलील अल-हय्या ने समूह के नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की है. खलील अल-हय्या ही हमास के नए चीफ चुने गए हैं. उन्होंने कहा कि इस मौत से “हमें और ताकत मिलेगी.” खलील अल- हय्या टीवी पर दिए बयान में यह दोहराया कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान पकड़े गए इजरायली कैदियों को तब तक नहीं छोड़ा जाएगा जब तक “गाज़ा पर हमले” नहीं रुक जाते और इजरायली सेनाएं गाजा से बाहर नहीं चली जातीं.
‘सिनवार की मौत, इजरायली के लिए शाप बनकर लौटेगी’
उन्होंने कहा, “वे कैदी तब तक आपके पास नहीं लौटेंगे जब तक गाजा पर हमले खत्म नहीं हो जाते और गाजा से इजरायली सेना की वापसी नहीं चली जाती है.” उन्होंने यह भी कहा कि सिनवार की मौत का नतीजा “आक्रमणकारियों पर शाप” बनेगा.”
कौन थे याह्या सिनवार?
याह्या सिनवार का जन्म गाजा के रिफ्यूजी कैंप खान यूनिस में 1962 में हुआ था. याह्या के मां-बाप अश्केलॉन के थे, लेकिन, जब 1948 में इजराइल की स्थापना की गई, और हजारों फिलस्तीनियों को उसके पुश्तैनी घर से निकाल दिया गया, तो याह्या के माता-पिता भी शरणार्थी बन गए थे. याह्या सिनवार ने खान यूनिस में लड़कों के सेकेंडरी स्कूल में शुरुआती पढ़ाई की थी. इसके बाद उसने गाजा की इस्लामिक यूनिवर्सिटी से अरबी भाषा में बैचलर की डिग्री ली. इसके बाद वह हमास का सदस्य बना. 1980 में जब इजरायल ने इसे गिरफ्तार किया था तब इसने 12 लोगों की हत्या कर दी थी. याह्या सिनवार को खान यूनिस शहर का कसाई भी कहा जाता है. कहा जाता है सिनवार ने अपनी जिंदगी के 22 साल इजरायली जेलों में बिताए हैं.
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