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Delhi Weather: ठंड की आहट के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर डराने लगता है। अभी अक्टूबर का तीसरा हफ्ता शुरू ही हुआ और प्रदूषण ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली वासियों को लगातार चौथे दिन गुरुवार को भी खराब वायु गुणवत्ता का सामना करना पड़ा और राष्ट्रीय राजधानी में 13 निगरानी केंद्रों पर संकेतक ‘रेड जोन’ में रहे। आइए जानते हैं कि इन 13 रेड जोन इलाकों के साथ ही पूरी दिल्ली को पलूशन से राहत कब मिलेगी।
इन इलाकों में हालत बदतर
ठंड के शुरुआती दिनों में जिन इलाकों में सबसे ज्यादा प्रदूषण देखने को मिल रहा है। उनमें राजधानी के 13 इलाके शामिल हैं। इन इलाकों में संकेतक में रेड जोन की श्रेणी में रखा गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, 13 (वायु गुणवत्ता) निगरानी केंद्रों- अशोक विहार, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, बवाना, बुराड़ी, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, ओखला फेज 2, शादीपुर और विवेक विहार में रीडिंग 300 से ऊपर दर्ज की गई। समग्र वायु गुणवत्ता लगातार चौथे दिन भी खराब श्रेणी में रही तथा शाम 4 बजे 24 घंटे की औसत रीडिंग 285 दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, शहर में दिनभर बादल छाए रहे और अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है। गुरुवार को सापेक्षिक आर्द्रता 91 प्रतिशत और 55 प्रतिशत के बीच रही, जबकि न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के औसत से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को आसमान साफ रहने का पूर्वानुमान किया है। दिल्ली का अधिकतम और न्यूनतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। इस दौरान बारिश को लेकर कोई अपडेट नहीं आई है। अब दिल्ली को राहत मिलने के लिए बारिश जरूरी है। इसके अलावा तेज हवाओं की वजह से भी दिल्ली को कुछ राहत मिल सकती है।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है। इसी तरह 51 से 100 तक को संतोषजनक माना जाता है। 101 से 200 तक को मध्यम और 201 से 300 तक को खराब। 301 से 400 तक को बहुत खराब और 401 से 500 तक को गंभीर श्रेणी का माना जाता है।
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