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सीहोर विधानसभा के तहत आने वाली ग्राम पंचायत झरखेड़ा इन दिनों प्रदेश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसकी वजह है कि यहां पूर्व सरपंच और सचिव ने बेशकीमती जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया। यह मामला जिला पंचायत तक पहुंचा तो तात्कालिक जिलापंचायत सीईओ आईएएस आश
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मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो विपक्षी नेता और एक्टविष्टों ने भी मामले को उठाते हुए कार्रवाई की मांग की। कलेक्टर से लेकर लोकायुक्त और सीएम से लेकर पीएमओ कार्यालय तक इसकी शिकायत हुई, पर मामले में फिर से जांच की बात जिम्मेदार अधिकारी कर रहे हैं। इससे तात्कालिक जिलापंचायत सीईओ आईएएस अधिकारी की जांच पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह है पूरा मामला
ग्राम पंचायत झरखेड़ा में ग्राम पंचायत के पूर्व सरंपच सविता विश्वकर्मा और सचिव मनोहर मेवाड़ा द्वारा 2017 और 2019 में 17 दुकानों का निर्माण कराया गया था। इस निर्माण कार्य को लेकर कई अनियमितता सामने आई, 1 मार्च 2024 को पंचायत में कलस्टर स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान पंचायत द्वारा निर्मित दुकानों की आय के संबंध में चर्चा के दौरान दुकानदार कैलाश द्वारा बताया गया था कि अधिक राशि लेकर कम राशि की रसीद उसे दी गई है। इसके उपरांत इस पूरे मामले को लेकर जांच हुई जिसमें कई गड़बडियां और वित्तीय अनियमिताएं सामने आई है।
जांच में क्या निकला
ग्राम पंचायत झरखेड़ा में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सूक्ष्म उद्यमियों के लिए 8 दुकानों का निमाज़्ण पंचायत ने आम चुनाव 2022 के पूर्व कराया गया। इसके अतिरिक्त कितनी और दुकानों का निर्माण हुआ है, इसके लिए ग्राम पंचायत को शासकीय भूमि आवंटन की कोई कार्रवाई नहीं हुई। राजस्व रिकार्ड में दुकान निर्माण के लिए कोई भूमि दर्ज नहीं है। दुकान निर्माण हेतु तकनीकी स्वीकृति, प्रशासकीय स्वीकृति, मूल्यांकन संबंधी अभिलेख ग्राम पंचायत में नहीं पाए गए। दुकानों का वितरण किस रीति नीति से किया गया, इससे संबंधित कोई दस्तावेज भी प्राप्त भी नहीं हुए। ग्राम पंचायत दुकान निमाज़्ण संबंधी वितरण तथा दुकान के संबंध में काटी गई रसीदों का कोई अभिलेख नहीं पाया गया।
जांच में पाया गया है कि बिना सक्षम स्वीकृति के मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1994 की धारा 65 अन्र्तगत मप्र पंचायत नियम 03, 04, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12 का उल्लंघन करते हुए शासकीय भूमि को खुर्द बुर्द करने का प्रयास किया गया। तात्कालीन जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने जनपद पंचायत सीईओ को जुलाई माह में पत्र लिखकर पूर्व सरपंच और सचिव पर एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
मामले की शिकायतें पीएमओ तक
मामले के सुर्खियों में आने के बाद कांग्रेस ने कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच को ज्ञापन सौंपकर कार्यवाई की मांग उठाई। भोपाल के एक्टिविस्ट अजय पाटीदार ने सीएम मोहन यादव और पीएमओ कार्यालय में शिकायत की है, तो वहीं कांग्रेस के पूर्व विधायक कुणाल चौधरी ने ट्वीट करके सरकार को घेरा। इससे यह मामला काफी चर्चा में आ गया है।
जांच दल गठित करेंगे
प्रभारी जिला पंचायत सीईओ सीहोर नितिन टाले ने कहा कि पूर्व सरपंच और सचिव ने नए तथ्य प्रस्तुत किए है, फिर से जांच कराई जाएगी, मामले में एफआईआर हुई या नहीं, यह जनपद सीईओ बता सकते है मैने अपडेट नहीं लिया है।
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