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हरियाणा की नई सरकार में भाजपा ने बैलेंस बनाने पर पूरा जोर दिया है। जहां ओबीसी समुदाय को सबसे ज्यादा तवज्जो मिली है। वहीं, अन्य जातियों को भी छोड़ा नहीं गया है।
हरियाणा की नई सरकार की कैबिनेट का गठन हो चुका है। 13 सदस्यीय कैबिनेट ने गुरुवार को शपथ ली। इस कैबिनेट में सभी जातियों को साधने की कोशिश की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तो ओबीसी चेहरा हैं ही। इनके साथ दलित, जाट, ब्राह्मण, अहीर, पंजाबी, गुर्जर, बनिया और राजपूत समुदाय के विधायकों को भी मंत्री पद दिया गया है। इसके अलावा बड़े सियासी सूरमाओं, राजनीतिक परिवारों और क्षेत्रीय नेताओं को भी कैबिनेट में जगह मिली है। इन चेहरों में सात बार के विधायक अनिल विज, केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह की बेटी और अटेली से विधायक आरती राव सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल की पोती श्रुति चौधरी शामिल हैं।
इस बार कैबिनेट में सबसे ज्यादा तवज्जो ओबीसी समुदाय के नेताओं को दी गई है। इनमें सीएम सैनी के अतिरिक्त बादशाहपुर विधायक राव नरबीर सिंह, बड़वाला विधायक रनबीर सिंह गंगवा, तिगांव विधायक राजेश नागर और आरती शामिल हैं। जहां गंगवा कुम्हार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, वहीं आरती और नरबीर अहीर। इसके अलावा नागर गुर्जर हैं। कैबिनेट में आरती और नरबीर को शामिल किए जाने का भी महत्व है। माना जा रहा है कि ऐसा करके भाजपा दक्षिणी हरियाणा को अधिक प्रतिनिधित्व देने के प्रयास में है। यह वही इलाका है, जिसने 2014 से पार्टी की जीत में काफी अहम भूमिका निभाई है।
इस चुनाव में कांग्रेस के पीछे लामबंद हुए जाट समुदाय से भी सैनी कैबिनेट में दो मंत्री बने हैं। जाट हरियाणा की आबादी में संख्या बल के लिहाज से चौथे नंबर हैं। जाट समुदाय के दो मंत्री हैं, श्रुति और पानीपत ग्रामीण से विधायक महिपाल ढांडा। यह भी गौरतलब है कि ढांडा और बल्लभगढ़ से विधायक मूलचंद शर्मा ही दो मंत्री हैं जो पिछली सैनी सरकार में भी मंत्री थे और चुनाव जीतने में सफल रहे। इसमें भी ढांडा एकमात्र नाम हैं, जिन्हें इस कैबिनेट में फिर से शामिल किया गया है।
इस बार जाटों की नाराजगी को देखते हुए भाजपा ने दलित वोटरों पर फोकस किया था। दलित वोटरों का ध्यान रखते हुए पार्टी ने इस बार वाल्मिकि जयंती पर शपथ-ग्रहण का कार्यक्रम रखा। सीएम सैनी शपथ लेने से पहले पंचकुला के वाल्मिकि मंदिर भी पहुंचे थे। इसके अलावा मनोहर लाल खट्टर के समय से ही भाजपा के वोटर रहे पंजाबी समुदाय को भी अनिल विज के रूप में कैबिनेट में प्रतिनिधित्व दिया गया है। गोहाना विधायक अरविंद शर्मा और पलवल के गौरव गौतम के रूप में कैबिनेट में दो ब्राह्मण भी कैबिनेट में हैं। इसके अलावा बनिया समुदाय से फरीदाबाद विधायक विपुल गोयल और राजपूत फेस के तौर पर रादौर विधायक श्याम सिंह राणा हैं।
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