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खंडवा में दशहरे के दिन एक छेड़छाड़ पीड़िता को पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। जिसकी इलाज के छठे दिन गुरुवार देर रात इंदौर के एमवाय अस्पताल में मौत हो गई। पीड़िता के वकील ने मौत की पुष्टि की है। शुक्रवार सुबह इंदौर में पीएम के बाद मृतक का शव खंडवा लाया
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12 अक्टूबर को घटना के बाद पीड़िता को खंडवा जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां कार्यपालिक मजिस्ट्रेट ने पीड़िता के बयान दर्ज किए थे।
पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में कहा था-
जिस मांगीलाल ने मेरे साथ जबरदस्ती की कोशिश की, उसी के बेटे अर्जुन ने मुझपर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी।
बयान के आधार पर पुलिस ने अर्जुन के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। अगले दिन आरोपी अर्जुन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया था।
पहले सुसाइड अटेम्प्ट करने की बात सामने आई थी
टीआई अशोक सिंह चौहान के मुताबिक आग से झुलसी 18 वर्षीय पीड़िता को शनिवार (12 अक्टूबर) सुबह 10 बजे जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में एडमिट किया गया था। परिजन से शुरुआती जानकारी मिली थी कि उसने सुसाइड अटेम्प्ट किया है। जब पीड़िता के बयान हुए तो उसने बताया कि छेड़छाड़ के आरोपी मांगीलाल के बेटे अर्जुन ने पेट्रोल डालकर आग लगाई है।
पिता बोले ने कहा था- क्या कुछ हुआ मुझे पता नहीं
दैनिक भास्कर से बातचीत में पीड़िता के पिता ने कहा था कि बेटी को आग लगाने वाले घटना के कुछ देर पहले ही वो घर पहुंचे थे। खाना पका रही पत्नी से पूछा कि छोटी लड़की कहां है, उसने कहा कि वो भी काम में लगी है। इतने में मेरी बेटी दौड़ती हुई मेरे पास आई, वो आग में झुलसी हुई थी। उसकी पीड़ा देख मैं तो बदहवास हो गया। परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। फिर मैं भी अस्पताल पहुंचा। बाकी क्या कुछ हुआ मुझे पता नहीं।
वहीं, आरोपी मांगीलाल की पत्नी ने आरोप लगाया था कि मेरे बेटे ने उसे नहीं जलाया। वह बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
आरोपी ने रेप का प्रयास किया, लात मारकर भागी थी
जानकारी के मुताबिक 7 अक्टूबर को मांगीलाल युवती को खेत ले गया था। वहां उसके हाथ बांधकर उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। पीड़िता ने पहले उसे लात मारकर दूर फेंका और फिर जान बचाकर भागी। परिजन को आपबीती बताई। इसके बाद थाने में आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया।
आरोपी मांगीलाल को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। यहां से उसे जमानत मिल गई। गुस्साए आरोपी और उसके परिवार ने युवती और उसके परिजन को धमकी देते हुए कहा था- पुलिस ने भी क्या बिगाड़ लिया हमारा। अब तुझे गांव में रहने नहीं देंगे। बदनाम कर देंगे और तुझे मार देंगे।
एसपी से कहा था- मैं तो बदनाम हो गई, ये कैसा न्याय
आरोपी को कोर्ट से जमानत मिलने पर पीड़िता ने 9 अक्टूबर को एसपी से शिकायत की थी। कहा था- केस दर्ज कराकर मैं बदनाम हो गई और आरोपी केवल 24 घंटे ही सलाखों के पीछे रहा। ये कैसा न्याय है? एसपी से शिकायत कर घर पहुंचे तो अगले दिन यानी 10 अक्टूबर को आरोपी मांगीलाल और उसके परिजन ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। पीड़िता का वीडियो बनाने लगे।
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