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-112,070 उम्मीदवार पीएचडी के लिए योग्य घोषित -53,694
-112,070 उम्मीदवार पीएचडी के लिए योग्य घोषित -53,694 छात्रों ने सहायक प्रोफेसर की योग्यता प्राप्त की
नई दिल्ली, एजेंसी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने आखिरकार गुरुवार को यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के बहुप्रतीक्षित नतीजों की घोषणा कर दी। इसमें 1,12,070 उम्मीदवार पीएचडी प्रवेश के लिए योग्य पाए गए हैं। इसके अलावा, 53,694 उम्मीदवारों ने सहायक प्रोफेसर के पद के लिए परीक्षा उत्तीर्ण की है। जबकि 4,970 ने प्रतिष्ठित जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए पात्रता हासिल की है।
इस साल के यूजीसी-नेट में 11 लाख 21 हजार 225 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जिनमें से 6,84,224 उपस्थित हुए। पुनः परीक्षा 21 अगस्त से 5 सितंबर, 2024 तक 11 दिनों में भारत के 280 शहरों में आयोजित की गई थी।
परीक्षा में 83 विषय शामिल थे और कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड का उपयोग करके 21 शिफ्टों में आयोजित की गई थी। परिणामों के साथ-साथ, एनटीए ने यूजीसी नेट परिणाम 2024 के लिए विषय/श्रेणीवार कट-ऑफ सूची भी जारी की है।
यूजीसी नेट का आयोजन ‘सहायक प्रोफेसर के साथ-साथ ‘जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) और सहायक प्रोफेसर’ पदों के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
कुल पंजीकृत उम्मीदवारों में से 4 लाख 85 हजार 578 पुरुष, 6 लाख् 35 हजार 588 महिलाएं और 59 तीसरे लिंग के थे। परीक्षा के बाद, एनटीए ने समीक्षा के लिए 7 से 14 सितंबर, 2024 तक अपनी वेबसाइट पर प्रश्नपत्र, अनंतिम उत्तर कुंजी और उम्मीदवारों की दर्ज प्रतिक्रियाएं अपलोड कीं।
यूजीसी नेट परीक्षा शुरू से ही विवादों में रही है। इससे पहले यूजीसी नेट परीक्षा एक ही दिन यानी 18 जून को पेन और पेपर मोड में आयोजित की गई थी। हालांकि, पेपर लीक विवाद के बाद एजेंसी ने 21 अगस्त से 4 सितंबर तक सभी विषयों की परीक्षा फिर से आयोजित करने का फैसला किया।
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