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सीबीआई ने पश्चिम बंगाल सरकार से सवाल किया है कि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों पर क्यों तैनात किया गया है। स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को पत्र भेजकर जानकारी मांगी गई है कि…
कोलकाता, एजेंसी। सीबीआई ने पश्चिम बंगाल सरकार से भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों पर तैनात करने को लेकर सवाल उठाए हैं। एक सूत्र ने बुधवार को यह जानकारी दी। सूत्र ने बताया कि सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को पत्र भेजकर इस बारे में विस्तृत जानकारी मांगी कि आरजी कर अस्पताल भ्रष्टाचार मामले में कथित रूप से शामिल अधिकारी अब भी चिकित्सा प्रतिष्ठान में महत्वपूर्ण पदों पर क्यों तैनात हैं। पत्र में केंद्रीय एजेंसी ने सवाल किया कि दो डॉक्टर देबाशीष सोम और सुजाता घोष अब भी अपने-अपने पदों पर क्यों हैं।
अस्पताल की वेबसाइट के अनुसार, सोम आरजी कर अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग के पूर्व प्रमुख हैं और वर्तमान में फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी (एफएमटी) में ‘डेमॉन्स्ट्रेटर के पद पर हैं। वहीं, सुजाता घोष एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि ये लोग आरजी कर अस्पताल के गिरफ्तार पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के बहुत करीबी थे। इसके सबूत मौजूद हैं।
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