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जयपुर में नाबालिग से रेप के मामले में पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास आज एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर पहुंचे। यहां पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद प्रताप सिंह ने कहा- बड़े खतरनाक गुंडे थे। दलित परिवार की बच्ची को उठाकर ले गए
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पीड़िता के पिता ने बताया- मेरी बच्ची को सिर्फ एक दिन आईसीयू में ले जाया गया। उसके बाद में जनरल बोर्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इस घटना के बाद से मेरी बच्ची इतनी परेशान है कि होश नहीं है। वह काफी डरी हुई है। हम यहां डॉक्टर को अपनी परेशानी के बारे में बताते हैं। हमारी सुनवाई नहीं की जाती। सरकार का कोई मंत्री विधायक अब तक भी हमारी खबर लेने नहीं पहुंचा है।
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- रेप पीड़िता को अलग वार्ड में भर्ती किया जाता है। जनरल वार्ड में नहीं रखा जाता। इलाज के लिए नियम तय हैं। रेप पीड़िता को या तो आईसीयू में भर्ती करिए या अलग वार्ड में भर्ती करिए।
प्रताप सिंह ने कहा- हर बेटी मुख्यमंत्री की बेटी है। राजस्थान की इस सरकार में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों को फुर्सत नहीं है। वह रेप पीड़िता का आकर हाल जानें। मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के घर यहां से 2.5 किलोमीटर दूर है। सचिवालय यहां से आधा किलोमीटर दूर है। फिर भी सरकार का कोई प्रतिनिधि यहां आकर देखने वाला नहीं कि बच्ची के क्या हाल हैं। बच्ची के परिजनों को क्या परेशानी है। रेप पीड़िता के दलित परिवार की एक रूपए की मदद नहीं की गई। बातें बड़ी-बड़ी करते हैं।
पीड़िता के परिवार से मिलने एसएमएस पहुंचे प्रताप सिंह खाचरियावास।
रोज बच्चियों से रेप हो रहे
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- 24 घंटें में 6-6 बच्चियों से राजस्थान में रेप हो रहा है। जयपुर में रोज बच्चियों से रेप हो रहा है। भजनलाल नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार इनके इलाज की भी व्यवस्था नहीं कर सकती। मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी थी यहां आकर मिलें। कोई मंत्री आकर मिले। इलाज की व्यवस्था देखे क्या हालात है। आप जाओगे ही नहीं तो कैसा पता पड़ेगा क्या हालात है। मैंने डॉक्टर्स से बात कर पीड़िता को अलग से वार्ड में शिफ्ट करने की बात कही है। साथ ही बच्ची को इलाज में प्राथमिकता देने के लिए कहा है। इससे बच्ची जल्दी ठीक हो।
सरकार का हवाई जहाज हवा में घूम रहा
उन्होंने कहा- सीरियस इलाज तब होता है, जब मंत्री और मुख्यमंत्री दुखी होते हैं। सरकार के पास फुरसत ही नहीं है। उनका हवाई जहाज हवा में घूम रहा है। जमीन पर लैंड करने का इनके पास टाइम ही नहीं है। मानकर चलना यह जनता के साथ धोखा है। इनमें कोई दिल नहीं है। सरकार मजे कर रही है।
क्या है मामला
SHO (जयसिंहपुरा खोर) राजेश कुमार मीना के अनुसार- जयसिंहपुरा खोर निवासी व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया था कि 10 अक्टूबर को वह अपने काम पर गए हुए थे। उनका परिवार घर में सो रहा था। रात करीब 12 बजे घर लौटने पर बेटी गायब मिली थी। इधर-उधर ढूंढने के दौरान भी बेटी का पता नहीं चला था।
रात करीब 1 बजे एक बोलेरो गाड़ी घर के पास आई और उसमें बैठ लोग बेटी को रोड किनारे फेंक कर चले गए थे। गाड़ी की आवाज सुनकर घर से बाहर आए तो बेटी लहूलुहान हालत में पड़ी थी। उसके कपड़े खून से सने थे। सिर और कान से खून बह रहा था। उसे बड़ी मुश्किल गोद में उठाकर घर के अंदर ले गए।
रोते हुए लहूलुहान हालत में बेटी ने बताया था कि कुंदन मीणा, रामुतार मीणा निवासी बटवाडी, दीपक मीणा और गिर्राज मीणा निवासी बड़ा गांव उसे किडनैप कर ले गए थे। सुनसान जगह गैंगरेप किया। पीड़िता के परिजनों ने तुरंत जयसिंहपुरा खोर थाना पुलिस को गैंगरेप की सूचना दी थी।
पुलिस गिरफ्त में दो आरोपी दीपक और गिर्राज।
चारों आरोपियों को किया था अरेस्ट
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी थी। पुलिस ने दबिश देकर चारों आरोपियों को अरेस्ट किया था।
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