[ad_1]
Delhi Drugs Case: 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की ड्रग्स जब्त करने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के रडार पर अब एक यूके नागरिक समेत कुल छह तस्कर हैं। इनका सीधा संबंध सी रूट (समुद्री मार्ग) के अंतरराष्ट्रीय तस्करों से बताया जा रहा है।
13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की ड्रग्स जब्त करने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के रडार पर अब एक यूके नागरिक समेत कुल छह तस्कर हैं। इनका सीधा संबंध सी रूट (समुद्री मार्ग) के अंतरराष्ट्रीय तस्करों से बताया जा रहा है। इनकी मदद से कोकीन की ये बड़ी खेप समुद्री मार्ग से होते हुए दुबई से दिल्ली पहुंची है। इसके लिए पुलिस ने सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। साथ ही एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों पर भी अलर्ट कर दिया है। स्पेशल सेल ने इंटरपोल की मदद से विदेश फरार होने वाले आरोपी तस्करों की धर-पकड़ करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
अभी तक 12 तस्करों को दबोचा
दिल्ली के महिपालपुर, रमेश नगर और गुजरात के अंकलेश्वर में ड्रग्स बरामदगी के साथ ही स्पेशल सेल ने 12 तस्करों को दबोचा है। गिरोह का पर्दाफाश होते ही नेटवर्क के कई बड़े तस्कर भूमिगत हो गए हैं। इसमें से यूके नागरिक समेत कुछ तो विदेश भी फरार हो गए हैं। अबतक की जांच में यह साफ हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से कोकीन तस्करी का यह मॉड्यूल जुड़ा है।
दिल्ली, यूपी और पंजाब में यूके के नागरिक ने भिजवाई खेप
इस नेटवर्क के ट्रांसपोर्ट की कमान यूके का नागरिक सविंदर संभाल रहा था। गिरोह का सरगना वीरेंद्र बसोया के निर्देश पर वह सितंबर में दिल्ली आया था। एजेंसियों ने खुलासा किया है कि इसने सी रूट से भारत पहुंची कोकीन की खेप को दिल्ली, यूपी और पंजाब में करीब छह जगहों पर भिजवाई थी। स्पेशल सेल ने बताया कि अबतक की जांच में यह खुलासा हुआ है कि सी रूट का इस्तेमाल कर दुबई से ड्रग्स की खेप गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, गोवा और महाराष्ट्र तक पहुंचाई गई है। वहां से फिर देश के अलग-अलग राज्यों तक सड़क मार्ग से कोकीन पहुंचाई गई। जो खेप दिल्ली में पकड़ी गई वह यूपी से सड़क मार्ग के जरिये यहां पहुंची थी। गुजरात में बरामद कोकीन की खेप फार्मा सलूशन सर्विसेज नाम की कंपनी का था और यह मादक पदार्थ गुजरात के अंकलेश्वर की अवकार ड्रग्स लिमिटेड कंपनी से आया था।
क्या है नशा मुक्त भारत अभियान
नशीले पदार्थों के सेवन और उसकी तस्करी रोकने के लिए भारत सरकार की तरफ से नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। भारत को नशा मुक्त बनाने के उद्देश्य से 15 अगस्त 2020 को इस अभियान की शुरुआत देश भर में की गई, जिसके तहत नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद का नेटवर्क फैला है
●अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में रहता है। इसने एक दर्जन देशों में ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क फैला रखा है। एजेंसियों से बचने के लिए समुद्री मार्ग का इस्तेमाल करता है।
●जसमीत सिंह हकीमजादा दुबई में रहने वाला एक बड़ा ड्रग तस्कर है, जिसकी तलाश भारत सहित तमाम देशों की एजेंसियों को है।
●हाजी सलीम उर्फ हाजी अली अफगानिस्तान का रहने वाला बताया जाता है। वह नशे का काला कारोबार करता है।
●वीरेंद्र बसोया सी रूट का एक बड़ा तस्कर माना जाता है। इसका नेटवर्क कई देशों में फैला है। इसकी दिल्ली में तुषार गोयल काम संभालता है।
समन्वय बनाना जरूरी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के पूर्व ज्वाइंट कमिश्नर चांद का कहना है कि सी रूट के इंटेलीजेंस पर विदेशी एजेंसियों के साथ मिलकर एक बेहतर समन्वय बनाने की जरूरत है।
[ad_2]
Source link