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एम्बुलेंस संचालक ने मुहिम चलाकर बच्चों को परिजन से मिलवाया।
फरीदाबाद जिले के बादशाह खान सिविल अस्पताल स्थित दशहरा ग्राउंड मैदान में रविवार को भरत मिलाप का आयोजन किया गया था। मेले में घूमने के लिए भारी संख्या में भीड़ पहुंची। जहां पर एक के बाद एक कर पांच बच्चे अपने माता-पिता से बिछड़ गए।
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उन बिछड़े हुए बच्चों को मेले में घूमने के लिए आए अन्य लोगों द्वारा फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल स्थित पुलिस चौकी में पहुंचाया गया। लेकिन अब बच्चों के माता-पिता को खोजने के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही थी क्योंकि दशहरा मैदान में दशहरे के दिन लगाए गए सभी अनाउंसमैंट लाउडिस्पीकर को हटा दिया गया था। बच्चे केवल अपना नाम और अपने माता पिता का नाम के अलावा कुछ भी नहीं जानते थे।
एम्बुलेंस संचालकों ने चलाई मुहिम
ऐसे में ललित एम्बुलेंस के संचालक गुड्डू और निजी एम्बुलेंस संचालक मुकेश तंवर ने बच्चों के अभिभावकों को खोजने की मुहिम शुरू की उन्होंने अपनी एम्बुलेंस के जरिए दशहरा मैदान में अनाउंसमैंट किया। उनकी एम्बुलेंस में लाउडिस्पीकर लगे हुए थे। उन्होंने अनाउंसमैंट करते हुए कहा कि यदि किसी का बच्चा लापता है, तो वह बीके अस्पताल की पुलिस चौकी में जाकर ले सकता है।
बच्चों से मिलने के बाद अभिभावकों ने किया धन्यवाद
दोनों की यह मुहिम काम भी आई और एक के बाद एक कर पांचों बच्चों के पेरेंट्स बीके अस्पताल पुलिस चौकी में लाउडिस्पीकर की आवाज सुनने के बाद पहुंचे। अपने-अपने बच्चों को पाकर काफी खुश हुए। अपने बच्चों को पाकर सभी अभिभावकों की आंखों से आंसू छलक आए। इस मौके पर उन्होंने न केवल उनके बच्चों को अस्पताल की पुलिस चौकी में पहुंचने वाले लोगों का धन्यवाद किया।
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