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दिल्ली में पलूशन को लेकर आप सरकार ने बड़ा दावा किया है। इनके हिसाब से पलूशन के दिनों में कमी आ रही है। इसके पीछे की वजह भी बताई।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली के पलूशन पर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की एअर क्वालिटी इंडेक्स पुअर क्वालिटी से बाहर है। बात केवल आज की नहीं है। दिल्ली के अंदर यह लगातार दूसरा साल है जब अच्छे दिनों की संख्या 200 दिनों से अधिक रही है। पिछले साल भी जनवरी से 12 अक्टूबर तक दिल्ली में 200 दिन ऐसे थे, जो अच्छे दिनों में गिने गए थे। 2016 के बाद अगर देखें तो केवल कोरोना काल के दौरान ही दिल्ली के अंदर दो सौ दिनों के आंकड़े को दिल्ली ने पार किया था। बिना लॉकडाउन के दिल्ली के अंदर यह दूसरी बार मौका है कि दिल्ली में इतने दिनों के आंकड़े को पार किया है। 2016 में इनकी संख्या 109 थी।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री पर आरोप लगाते हुए बीजेपी पर साधा निशाना
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री पर उनका फोन ना उठाने का आरोप लगाते हुए गोपाल राय ने बीजेपी नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े सीपीसीबी यानि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किए हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता जो हर बार झूठ बोलते हैं कि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है। मैं उनसे विनम्रता से निवेदन करना चाहता हूं कि एक बार अपने पर्यावरण मंत्री को फोन कर लीजिए। इसी समय उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा ना तो वो(केंद्रीय पर्यावरण मंत्री) फोन उठाते हैं और ना ही चिट्ठी का जवाब देते हैं, लेकिन आपका फोन जरूर उठाएंगे। इस तरह सीपीसीबी से कंफर्म कर लीजिए। नहीं तो कल फिर बयान जारी करेंगे कि गोपाल राय झूठ बोल रहे हैं, वो गलत आंकड़े देते हैं।
दिल्ली में पलूशन घटने-बढ़ने की बताई ये वजह
गोपाल राय ने कहा कि इस 200 दिनों के आंकड़े को और भी बढ़ाया जा सकता है। पलूशन के दिनों में कमी और अच्छे दिनों के बढ़ने की वजह भी बताई। गोपाल राय ने इसके पीछे सरकारी प्रयास के अलावा दिल्ली में बारिश की अच्छी मात्रा का होना बताया। उन्होंने इस आधार पर तर्क देते हुए कहा कि डस्ट पलूशन, व्हीकल पलूशन और बायोमास पलूशन को कंट्रोल करने के लिए बारिश का अहम रोल है। तमाम एकस्पर्ट ऐसा मानते हैं। इसलिए जब मौसम प्रतिकूल होता है यानि हवा रुक जाएगी, बारिश नहीं होगी और तापमान लगातार नीचे गिरेगा तो पलूशन के कण जमीन की तरफ आएंगे और सतह की तरफ पलूशन बढ़ेगा।
आपातकालीन समय में पलूशन कंट्रोल करने का बताया उपाय
गोपाल राय ने पलूशन को कंट्रोल करने में बारिश का अहम रोल बताते हुए कहा कि पूरे जुलाई, अगस्त और सितंबर तीन महीने में एक्यूआई लगातार पचास, साठ, सत्तर या फिर अस्सी रहा है। इसमें एक फैक्टर ने काम किया है, वो है बारिश। इसलिए दिल्ली सरकार इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि खासकर दिवाली के बाद जव पराली का धुंआ बढ़ता है, तापमान गिरता है, दिवाली का धुंआ बढ़ता है; ऐसे आपातकालीन समय में पलूशन को कम करने के लिए कृत्रिम वर्षा एक कारगर उपाय हो सकती है।
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