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जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जागरुकता रैली का आयोजन किया।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक जागरुकता रैली निकाली। ‘कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता’ देने की थीम पर आयोजित इस रैली का उद्देश्य लोगों को मेंटल हेल्थ के महत्व के बारे म
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‘समस्या का पता चलते ही मनोचिकित्सक से सलाह लें’ कार्यक्रम में वाइस चांसलर प्रो. शकील अहमद ने कहा- आजकल की भागदौड़ से भरी जिंदगी में मेंटल हेल्थ को ठीक रखना एक गंभीर चुनौती बन कर उभरा है। छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का पता चलते ही बिना किसी झिझक के मनोचिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। इस मौके पर उन्होंने साइकोलॉजी डिपार्टमेंट में ‘मेंटल हेल्थ यूनिट’ की स्थापना करने की घोषणा की। उन्होंने साइकोलॉजी डिपार्टमेंट की हेड प्रोफेसर शीमा अलीम, फैकल्टी मेंबर्स और छात्रों को इस आयोजन के लिए बधाई दी।
हेल्थ अवेयरनेस के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग यह जागरुकता रैली यूनिवर्सिटी के सभी विभागों और संस्थानों से होते हुए मेन कैंपस में समाप्त हुई, जहां छात्रों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक किया गया। इस नाटक में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को समझने और उनका सामना करने के लिए जरूरी तरीकों के बारे में बताया गया। इसके साथ ही ‘इदराक’ नामक एक क्विज कंप्टीशन भी आयोजित किया। इसके अलावा मेंटल हेल्थ अवेयरनेस के लिए एक फिल्म की स्क्रीनिंग की गई।
‘फिजिकल और मेंटल हेल्थ एक सिक्के के दो पहलू’ प्रो. शीमा अलीम ने यूनिवर्सिटी और वाइस चांसलर का आभार व्यक्त करते हुए कहा- हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। लेकिन अभी भी ज्यादातर लोग इसपर ज्यादा ध्यान नहीं देते। आज वर्कप्लेस पर मेंटल हेल्थ अवेयरनेस पहले से कहीं अधिक ज़रूरी है। हमें गर्व है कि हम अपने कैंपस में मेंटल हेल्थ यूनिट शुरू कर रहे हैं। हमारा मकसद छात्रों को उनकी मेंटल हेल्थ का ध्यान रखने और इस पर चुप्पी तोड़ने के लिए उन्हें रास्ता दिखाना है।
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