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भगवान राम ने हमे सिखाया की मर्यादा का पालन करते हुए कैसे अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जाता है और असुर रावण का वध करके उन्होंने पूरे विश्व को यह सन्देश दिया की सत्य हमेशा असत्य पर विजय प्राप्त करके ही रहता है। इसी विजय को पूरा भारत विजयादशमी के रूप
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मंदिर में होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर भक्त बहुत ही उत्साहित हैं। दशहरे के दिन शाम को कार्यक्रम का आरम्भ श्री श्री कृष्णा बलराम की पालकी उत्सव से होगा। जिसमे हज़ारों भक्त हिस्सा लेंगे और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। मंदिर के मथुरा गार्डन में भव्य रामलीला का मंचन होगा जिसमें बाल कांड भाग 2 और अयोध्या कांड भाग 1 विशेष रहेगा, रामलीला का निर्देशन गरुण पंडित दास ने किया है। ख़ास बात ये है कि रामलीला की स्क्रिप्ट तीन रामायणों को मिलाकर लिखी गई है, रामलीला के कलाकार अपने पात्रों को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं क्योंकि उन्हें इस नाट्य प्रस्तुति के द्वारा भगवान रामचंद्र की लीलाओं का साक्षात्कार करने का अवसर मिलेगा।
, श्री श्री कृष्णा बलराम मंदिर में भी इस विजयादशमी पर बहुत ही विशेष धार्मिक आयोजन किये जा रहे हैं।
श्री श्री कृष्णा बलराम मंदिर के अध्यक्ष अमितासना दास ने मंदिर में होने वाले विजयादशमी महोत्सव पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कलाकार पिछले चार महीनो से रामलीला की तैयारियों में जुटे हुए हैं, और पात्रों को मंच पर साकार करने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। रामलीला के मंचन के बाद मंदिर में रावण दहन समारोह का भव्य आयोजन होगा जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक होगा, उन्होंने जयपुर की जनता से यह अपील की वो इस महा आयोजन का साक्षात्कार करें और ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधार कर इसे सफल बनाएं।
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