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विधानसभा चुनाव के ठीक बाद हरियाणा में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। समालखा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर के आवास पर आज शाम ईडी ने रेड की। चार गाड़ियों में ईडी की टीम उनके आवास पर पहुंची। अभी तक टीम जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि रेड के दौरान छौक्कर अपने आवास पर नहीं थे। धर्म सिंह छौक्कर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी हैं। करीब 14 महीने पहले ईडी ने धर्म सिंह छौक्कर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। गुरुग्राम पुलिस ने साई आइना फर्म्स (अब माहिरा इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड) को धोखाधड़ी का आरोपी बनाया था। इसमें कहा गया कि फर्म ने 1 हजार 497 लोगों से घर के बदले 360 करोड़ रुपए लिए।
लोगों को गुरुग्राम सेक्टर-68 में घर बनाकर देने का भरोसा दिया, जिसे पूरा नहीं किया गया। बाद में यह केस ईडी को ट्रांसफर कर दिया गया। ईडी ने पिछले साल जुलाई में पूर्व विधायक छौक्कर और उनके बेटों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। धर्म सिंह छौक्कर और उनके बेटे सिकंदर और विशाल माहिरा रियल एस्टेट समूह के मालिक और प्रमोटर हैं।
कांग्रेस की टिकट पर लड़ा चुनाव, खुलेआम प्रचार करने पर हाईकोर्ट ने जताई हैरानी
ईडी की जांच का सामना करने के बावजूद कांग्रेस ने पानीपत जिले की समालखा विधानसभा सीट से धर्म सिंह छौक्कर को कांग्रेस उम्मीदवार बनाया था। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता कहने वाले वीरेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका डालकर विधायक छौक्कर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद प्रवर्तन निदेशालय व पुलिस पर इसे गिरफ्तार नहीं करने के आरोप लगाए थे। छौक्कर क्षेत्र में सरेआम घूम रहे थे। उसी पर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने छौक्कर को 2 अक्टूबर तक सरेंडर करने के आदेश दिए थे और ऐसा न करने पर पुलिस को गिरफ्तारी के आदेश दिए थे।
हाईकोर्ट ने कहा था कि हैरत की बात है कि जिसे पुलिस और ईडी ढूंढ रही है, वह कैसे खुलेआम प्रचार कर रहा है। तब छौक्कर ने सरेंडर नहीं किया था और कहा था कि विरोधी लोग उनके खिलाफ अफवाह फैला रहे हैं। यह उन्हीं का षडयंत्र है। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट होता तो वह सरेंडर करते। वह न्यायालय का सम्मान करते हैं। उनके वकील हाईकोर्ट में इस बाबत पक्ष रखेंगे।
इस बार छौक्कर की हुई करारी हार
समालखा सीट पर कांग्रेस के धर्म सिंह छौक्कर के मुकाबले में भारतीय जनता पार्टी ने मनमोहन भड़ाना को चुनावी मैदान में उतारा था। समालखा विधानसभा सीट पर बीजेपी पहली बार कमल खिलाने में कामयाब रही है। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार मनमोहन भड़ाना ने कांग्रेस उम्मीदवार धर्म सिंह छौक्कर को 19315 वोट से हराया। मनमोहन भड़ाना को 81293 वोट जबकि छाैक्कर को 61978 वोट मिले थे। इस सीट पर इतिहास में अब तक एक भी बार भाजपा का उम्मीदवार नहीं जीता था। पार्टी हमेशा स्थानीय चेहरों पर दांव लगाती आई। लेकिन इस बार भाजपा ने इस सीट से बाहरी चेहरे को टिकट दिया और जीत दर्ज की थी।
रिपोर्ट: मोनी देवी
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