राजेश तिवारी /अजित सिंह
ओबरा /सोनभद्र- शारदीय नवरात्रि के नवमी तिथि पर भव्य श्री राम कथा का नया दिन रहा जिसमें राजन जी ने सुंदर और अत्यंत बलवंत हनुमंत लाल जी की कथा का बहुत ही विस्तार रूप से वर्णन किया। कथा शुरू होने से पहले मुख्य अजमल देवेंद्र केसरी ने सपत्नीक पूरे विधि विधान और मंत्रोपचार के साथ व्यास पीठ की पूजा कर कथा को प्रारंभ कराया। आज के प्रसंग में महाराज जी ने बताया । हनुमंत लाल जी के वर्णन में है कि मनुष्य को अपने से सामने वाले से हमेशा छोटा बन जाना चाहिए। अपने आप को बड़ा नहीं समझना चाहिए। इससे मनुष्य के चार चीजों में वृद्धि होती है जैसे आयु, विद्या, यश, और बाल की वृद्धि होती है। इन्हीं सब कारणों के कारण हनुमान जी लंका में आसानी से प्रवेश कर गए।
प्रवसी नगर की किजै सब काजा, हृदय राखी कौशलपुरी राजा*
हनुमंत लाल जी भगवाकर श्री राम को हृदय में निवास कराकर लंका में प्रवेश किया और मैया सीता को ढूंढने लगे। तुलसी का वृक्ष देखकर उन्हें एक सज्जन का भवन दिखाई पड़ा वहीं हनुमंत लाल जी रुके और विभीषण जी महाराज से परिचय किया और मैया सीता जी के बारे में जानकारी ली और पुनः अशोक वाटिका की ओर प्रस्थान किया। राम राज्य मे किसी भी प्रकार के जीव को कोई कष्ट नहीं हुआ। इस प्रकार प्रभु श्री राम की कथा में बैठने वाले कथा सुनने वाले व्यक्ति को किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होता और स्वस्थ समाज की स्थापना होती है। महाराज जी ने रामचरितमानस में अंतिम कड़ी का वर्णन करते हुए कहा कि जिस प्रकार से कामी पुरुष को नारी प्रिय लगती है। लोभी को धन प्रिय लगता है ठीक उसी प्रकार अनुसरण करने वाले व्यक्ति को प्रभु राम प्रिय होते हैं। वैसे ही प्राय लोगों को राम को प्रिय बनाना चाहिए।
इस कथा में विशिष्ट यजमान वरिष्ठ पत्रकार राहुल श्रीवास्तव ,संजय बैसवार, प्रानमती देवी, बृजेश तिवारी, कृष्णा केशरी, सनोज तिवारी, कमलेश्वर प्रसाद, राजेश वर्मा रहे। इस कथा के समय घोरावल विधायक डॉक्टर अनिल कुमार मौर्या अपनी अर्धांगिनी व जेल अधिक्षक गुरमा सौरभ श्रीवास्तव के साथ काशी विश्वनाथ मंन्दिर के प्रधान अर्चक कान्त मिश्र व पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मवीर तिवारी भी उपस्थित रहे हैं। आज की कथा सुनने के बाद श्रद्धालुओं में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला । वहीं कथा पंडाल में हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे। इस कथा में समिति की मात्र शक्तियों का बहुत बड़ा योगदान रहा जिन्होंने कथा के 9 दिनों तक अपना पूरा समय देकर भरपूर योगदान किया। कथा का संचालन कर रहे श्री राम कथा समिति के महामंत्री राजीव वैश्य व पंडाल व्यवस्थापक विनोद केसरी जी ने बताया कि इस कथा को पूर्ण करने में सभी कार्यकर्ता पूरी निष्ठा के साथ लगे हुए हैं। जिनकी वजह से यहां कथा पंडाल में सारी व्यवस्था सही और सुचारू रूप से चल रही है। किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था नहीं उत्पन्न हो रही है। वही कथा को भली भांति पूर्ण करने में पुलिस प्रशासन का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है । सुरक्षा व्यवस्था के साथ हर तरफ प्रशासन कर्मी मुस्ताक दिखे। इस कार्यक्रम के अवसर पर श्री राम कथा समिति के मात्र शक्ति नीता चौबे ,उषा शर्मा, रेखा साह, बिना पाण्डेय, सुधा सिंह, गीता सिंह, सरिता सिंह, पुष्पा दुबे, अनीता श्रीवास्तव, सुषमा कुशवाहा, विद्या दुबे,रितिका, संजीता सिंह, अनीता, अर्पिता पाण्डेय, हर्षिता पांडेय, रिंकी यादव ,अंबिका सिंह ,ज्योति तिवारी, रागिनी पांडेय, पूजा सिंह के साथ श्री राम कथा समिति के मीडिया प्रभारी जयशंकर भारद्वाज,श्याम जी पाठक, विवेक मालवीय श्री राम कथा समिति के अध्यक्ष दीनदयाल केशरी, कपुर चन्द्र पाण्डेय, संजीव मालवीय,हरीश अग्रहरि, राजाराम सिंह,विशाल केशरी, अरविंद सोनी,समीर माली,अशोक सिंह शशांक मिश्रा वीरेंद्र श्रीवास्तव अभिषेक सेठ पुष्पराज पाण्डेय साथ ही समिति के सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।