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Israel Hamas War: इजरायल के दोतरफा हवाई हमले ने लेबनान को सहमा दिया है. अब तक लेबनान में इजरायली सेना की ओर से किए गए हवाई हमले में हिजबुल्लाह को भारी नुकसान पहुंचा है. इसी बीच गाजा में 28 लोग मारे गए हैं. इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर की घेराबंदी कर रखी है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर की घेराबंदी कर रखी है. शिविर में मौजूद गाजा के नागरिक सुरक्षा के एम्बुलेंस मुइताज अयूब ने कहा कि पिछले 6 दिनों से, उत्तरी गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर हर तरफ से इजरायली सेना के लगाए गए घेरे में हैं. इसके साथ ही इजरायल के हवाई बमबारी, ड्रोन हमले और तोपखाने की गोलाबारी भी की जा रही है.
अयूब ने कहा “ये हमले लगातार हो रहे हैं, जिनमें से ज़्यादातर रेजिडेंशियल एरिया और शेल्टर सेंटर को निशाना बनाया जा रहा है. इजरायलियों ने यहां रह रहे लोगों को पूरे जबालिया क्षेत्र को खाली करने की चेतावनी जारी की थी, फिर भी हज़ारों फ़िलिस्तीनी नागरिक अपने बर्बाद घरों में हों या आश्रय केंद्रों में अपनी ज़मीन पर डटे हुए हैं.”
‘दोनों अस्पतालों को भी बदल देंगे खंडहर में’
अयूब ने कहा “कमाल अदवान और अल-अवदा अस्पताल हमारे लोगों की सेवा करना जारी रखते हैं, बावजूद इसके कि इजरायलियों ने बार-बार धमकी दी है कि वे दोनों अस्पतालों को भी खंडहर में बदल देंगे, जैसा कि उन्होंने अल-शिफा अस्पताल के साथ किया था.”
उन्होंने आगे कहा, “हम विश्व समुदाय से बार-बार अपील करते हैं कि वे गाजा में संचालित कुछ अस्पतालों को बनाए रखने में मदद करें और हमारे लोगों को न्यूनतम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना जारी रखें, जो इजरायलियों द्वारा बमबारी और गोलाबारी से पीड़ित हैं.
सड़ रही लाशें, खा रहे आवारा कुत्ते
अयूब ने कहा कि शवों को सड़ाया जाता है और आवारा कुत्ते उन्हें खा जाते हैं और कई बचे हुए लोगों को खून बहने के लिए छोड़ दिया जाता है, अगर वे अस्पताल सेवाएं बंद हो जाए तो यह एक आपदा होगी. इजरायली सेना नागरिक सुरक्षा और पैरामेडिक टीमों को निशाना बनाना जारी रखती है, जिससे हम पीड़ितों तक पहुंचने, मृतकों को निकालने या बचे हुए लोगों की मदद करने से भी रोक रहे हैं.
उन्होंने कहा, “चाहे कुछ भी हो हम अपने लोगों की सेवा करना जारी रखेंगे, हम रेड क्रॉस, डब्ल्यूएचओ और पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपनी अपील दोहराते हैं कि वे कम से कम प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा टीमों की पहुंच का कॉर्डिनेशन करने में मदद करें, ताकि लोगों की जान बचाई जा सके.”
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