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शहर के प्रमुख 15 घाटों पर करीब 340 प्रतिमाओं का विसर्जन 12 और 13 अक्टूबर को किया जाएगा। विसर्जन घाट पर जाने वाली सड़क व घाटों की मरम्मत कराई जा रही है। प्रकाश व साफ -सफाई की जिम्मेदारी नगर निकाय व जुस्को को सौंपी गई है। शुक्रवार तक मरम्मत, सफाई व लाइ
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डीसी अनन्य मित्तल ने पटना के बिहटा स्थित एनडीआरएफ हेडक्वार्टर को पत्र लिखकर एनडीआरएफ के जवानों को विसर्जन के दिन प्रतिनियुक्त करने का आग्रह किया है। एनडीआरएफ जवानों अगले 1-2 दिनों में शहर पहुंच जाएंगे। इन जवानों को साकची सुवर्णरेखा घाट, सोनारी दो मुहानी घाट, बिष्टुपुर बोधनवाला घाट व बागबेड़ा बड़ौदा घाट पर तैनात िकया जाएगा। केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के संरक्षक सह सचिव रामबाबू सिंह ने बताया कि समिति के रिकार्ड के मुताबिक, इस बार 340 स्थानों पर दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है। कई अन्य लोग मुहल्ला स्तर पर भी पूजा का आयोजन कर रहे हैं। 12 अक्टूबर को सोसाइटी में होने वाली 50 से 60 प्रतिशत प्रतिमाओं का विसर्जन होगा और शेष पंडालों की प्रतिमा का विसर्जन 13 अक्टूबर की सुबह िकया जाएगा। सोसाइटी के बाहर सार्वजनिक तौर पर 250 स्थानों पर पूजा का आयोजन किया गया है। वहीं भुइंयाडीह स्थित जय प्रकाश बस टर्मिनल से बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा व झारखंड के अन्य शहर के खुलने वाली बसों का परिचालन 12-13 अक्टूबर को प्रभावित होगा।
विसर्जन के दिन मार्ग में होगा बदलाव
विसर्जन के दिन यानी 12 और 13 अक्टूबर को शहर के कई क्षेत्रों में यातायात में बदलाव किया जाएगा। साकची, मानगो, बारीडीह बर्मामाइंस , गोलमुरी में यातायात व्यवस्था में बदलाव किया जाएगा। सीतारामडेरा, भालूबासा की ओर से आने वाला जुलूस को साकची रामलीला मैदान से मानसरोवर होटल रोड -शहीद चौक होते हुए साकची गोलचक्कर पहुंचेंगे।
डीसी व एसएसपी ने बाइक से सुरक्षा का लिया जायजा
उपायुक्त अनन्य मित्तल एवं एसएसपी किशोर कौशल ने बुधवार की रात बाइक से पूजा पंडालों की सुरक्षा का जायजा लिया। साकची सीसीआर से दोनों पदाधिकारी दल बल के साथ बाइक के निकले। श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। डीसी-एसएसपी ने साकची, बिष्टुपुर, रानीकुदर, कदमा में रंकिणी मंदिर, गणेश पूजा मैदान, सोनारी में कागलनगर पंडालों का जायजा लिया।
बोधनवाला घाट पर बड़ी प्रतिमाएं नहीं होंगी विसर्जित
बिष्टुपुर स्थित बोधनवाला घाट पर बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं किया जाएगा। बड़ी प्रतिमाएं साकची स्थित सुवर्णरेखा घाट पर विसर्जित की जाएंगी। बोधनवाला घाट का ढलान काफी तीखा है। बड़े मालवाहक वाहनों के मुड़ने (घुमने) का भी पर्याप्त स्थान नहीं है। इस कारण प्रशासन ने यह फैसला लिया है। इस घाट पर आदित्यपुर क्षेत्र की प्रतिमाओं का भी विसर्जन होता है। आदित्यपुर क्षेत्र की 10 प्रतिमाएं आकार में बड़ी हैं। इन पूजा समितियों को प्रशासन ने प्रतिमा का साकची सुवर्णरेखा घाट पर विसर्जित करने के लिए कहा है। प्रशासन की ओर से साकची सुवर्णरेखा घाट, बोधनवाला पांडे घाट, बोधनवाला घाट, कदमा सती घाट व कदमा सब स्टेशन घाट के लिए एक-एक क्रेन की व्यवस्था की जा रही है। बड़ौदा घाट की ओर से जाने वाली प्रतिमाएं सीपी टोला होते हुए बड़ौदा घाट की ओर जाएंगी।
सुरक्षा का जायजा लेने एक बुलेट पर निकले एसएसपी-डीसी।
बार 340 स्थानों पर दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है। कई अन्य लोग मुहल्ला स्तर पर भी पूजा का आयोजन कर रहे हैं। 12 अक्टूबर को सोसाइटी में होने वाली 50 से 60 प्रतिशत प्रतिमाओं का विसर्जन होगा और शेष पंडालों की प्रतिमा का विसर्जन 13 अक्टूबर की सुबह िकया जाएगा। सोसाइटी के बाहर सार्वजनिक तौर पर 250 स्थानों पर पूजा का आयोजन किया गया है। वहीं भुइंयाडीह स्थित जय प्रकाश बस टर्मिनल से बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा व झारखंड के अन्य शहर के खुलने वाली बसों का परिचालन 12-13 अक्टूबर को प्रभावित होगा।
आज तक घाटों पर लाइटिंग व सफाई कराने का दिया निर्देश
घाट का नाम प्रतिमा की संख्या
{साकची सुवर्णरेखा घाट 128
{सोनारी दो मुहानी (नया घाट समेत) 32
{टेल्को हुरलुंग घाट 18
{कदमा सती घाट 13
{कदमा सब स्टेशन घाट 18
{बिष्टुपुर बोधनवाला घाट 26
{बागबेड़ा बड़ौदा घाट 15
{भुइंयाडीह पांडे घाट 24
{डिमना लेक 18
{डिमना तालाब 02
{बारीडीह बस्ती घाट 12
{नरवा लेक 06
{टेल्को सीटू तालाब 02
{सरजामदा तालाब 02
{घाघीडीह मांझी तालाब 02
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