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दौसा में कलेक्टर देवेन्द्र कुमार ने मोबाइल यूनिट वैन को रवाना किया।
पशुपालकों के बीमार पशुओं के इलाज के मोहताज नहीं होना पड़ेगा, अब उनके पशुओं का घर पर निःशुल्क उपचार हो सकेगा। राज्य सरकार द्वारा खुशहाल पशुपालक, समृद्ध राजस्थान के तहत पशुओं का घर पर ही निःशुल्क उपचार करने के लिए मोबाइल वेटरनरी यूनिट की शुरुआत की गई। य
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पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ रमेश चंद मीणा ने बताया कि जिले में 10 मोबाईल वेटरनरी यूनिट के माध्यम से पशुपालकों को उनके घर पर पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। जिले में प्रत्येक एक लाख पशुओं पर एक मोबाईल वेटरनरी यूनिट काम करेगी। उन्होंने बताया कि अभी तक ये यूनिट अपने तय रूट पर शिविर लगाकर पशुपालकों को अपनी सेवाएं दे रही हैं। कॉल सेंटर शुरू हो जाने से पशुपालकों को उनके दरवाजे पर ही पशु चिकित्सा सेवा मिल सकेगी। कॉल सेंटर का हेल्प लाईन नंबर 1962 है, जिस पर फोन कर पशुपालक इन सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
कॉल सेंटर की स्थापना प्रक्रियाधीन होने से यूनिट्स की सेवाएं पशुपालकों को यथाशीघ्र प्रदान करने के लिए संचालन कार्य का लोकार्पण 24 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा किया जा चुका है। प्रत्येक मोबाईल यूनिट के लिए एक चिकित्सक, एक पैरावैट तथा एक ड्राइवर कम हैल्पर दवाइयां व चिकित्सा उपकरण के साथ रहेंगे। कॉल सेंटर का संचालन प्रतिदिन सुबह 8.30 से शाम 4.30 बजे तक तथा मोबाईल वेटरनरी यूनिट्स का संचालन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा।
मोबाइल यूनिट का अवलोकन करते कलेक्टर
ऎसे काम करेगा यह सिस्टम
पशुपालक अपने पशु के रोगी होने पर कॉल सेंटर के नंबर 1962 पर सूचना दर्ज करा सकते हैं। कॉल सेंटर के सीएसओ द्वारा पशुपालक के नाम, ग्राम, पशु एवं रोग के लक्षण आदि की जानकारी प्राप्त कर सिस्टम पर दर्ज की जाएगी। लक्षणों के आधार पर सिस्टम में पूर्व से संधारित डाटा अनुसार अथवा कॉल सेंटर पर उपस्थित पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार टिकट जनरेट किया जाएगा।
सूचना का एक मैसेज पशुपालक के फोन पर तथा एक मैसेज संबंधित ग्राम से मैप्ड मोबाईल वेटरनरी यूनिट के पशु चिकित्सक के फोन पर जाएगा। इसके साथ ही विवरण पशु चिकित्सक के फोन पर उपलब्ध मोबाइल एप पर भी प्रर्दशित होगा। पशु चिकित्सक तत्काल अपाॅइंटमेंट बुक करते हुए रोगी पशु के स्थान के लिए रवाना होंगे।
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