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मेडिकल कॉलेज में अपनी के पोती के शव को गोद में लेकर खड़ा बच्ची का दादा।
हरियाणा में करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए है। आरोप है कि डॉक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कहकर अंगूठा लगवा लिया, लेकिन बिना बताए ऑपरेशन कर दिया और
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इतना ही नहीं सफाई करने वाली महिला कर्मचारी पर बिना वजह पैसे ऐंठने के आरोप लगाए है। परिजनों का कहना है कि साफ सफाई के नाम पर एक हजार रुपए महिला कर्मचारी ने लिए। लेकिन जब हमारी बहू ने उल्टी की तो वह भी हमसे ही साफ करवाई गई। परिजनों के आरोपों के बाद अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए है। परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
मेडिकल कॉलेज में खड़े मृतक बच्ची का पिता पवन व उसका बड़ा भाई।
डॉक्टरों ने कहा थी नॉर्मल डिलीवरी की बात
गांव जलमाणा की 22 वर्षीय मेनका को 8 अक्तूबर की दोपहर दो बजे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कही थी, लेकिन जब नॉर्मल डिलीवरी नहीं हुई तो परिजनों ने डॉक्टरों से ऑपरेशन करने की गुहार लगाई। मेनका की सास का आरोप है कि आज हमारी बहू बहुत ज्यादा तड़प रही थी। हमने डॉक्टरों को ऑपरेशन के लिए कहा, लेकिन डॉक्टरों ने बोल दिया कि नॉर्मल डिलीवरी ही होगी। मिन्नते करने के बाद तीन घंटे पहले मेरा अंगूठा कागजों पर लगवा लिया, तब भी डॉक्टर ये ही बोल रहे थे कि नॉर्मल डिलीवरी करेंगे, लेकिन डॉक्टरों ने बाद में ऑपरेशन कर दिया, ऑपरेशन हमसे बिना पूछे किया गया है।
बच्चा मर चुका था, लापरवाही बरती गई। कपड़े में लपेट कर बच्चा हमारी गोद में थमा दिया, तब भी हमे नहीं बताया गया कि बच्चा मर चुका है। हमने कहा भी कि पहले हमें बच्चे को देख लेने दो, लेकिन डॉक्टर हमारो उपर कागजों पर साइन करने का दबाव बनाते रहे। जब बच्चा चेक किया तो बच्चा मरा हुआ था। जब लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाई गई तो डॉक्टरों ने धमकी दी कि तुम्हें जो करना हो कर लेना।
अस्पताल में भर्ती मेनका की फाइल फोटो।
सफाई कर्मी पर आरोप, बच्चा तो हम पैदा करवाते है डॉक्टर नर्स यहां क्या करते है
मेनका की सास व पति पवन का आरोप है कि डिलीवरी रूम में साफ सफाई का काम करने वाली सफाई कर्मी ने हमसे 2 हजार रुपए मांगे। सफाई कर्मी ने कहा था कि बच्चा तो हम पैदा करवाते है यहां पर डॉक्टर और नर्स क्या करती है। जिसके बाद हमने सफाई कर्मी को एक हजार रुपए दिए थे। गर्भवती बहू ने जब उल्टी और टॉयलेट की तो वह भी मेरे से ही साफ करवाई गई। सास का आरोप है कि जब उल्टी और टॉयलेट हमें ही उठानी थी तो झाड़ू पोच्छे वाली किस लिए लगाई हुई है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
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