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झारखंड के धनबाद से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, चासनाला के सुदामडीह रिवर साइड सुभाष चौक के समीप मंगलवार की शाम बीसीसीएल माइंस क्वार्टर निवासी मिहिर महथा के छोटे बेटे विनय महथा (18) ने अपने घर के कमरे में फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के शोर मचाने पर आसपास के लोग जुट गए।
पिता की जगह नौकरी नहीं मिलने पर फंदे से लटका बेटा
देखा कि कमरे में दुपट्टा के सहारे विनय झूल रहा था। सूचना पाकर सुदामडीह पुलिस पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया। मृतक की मां कल्पना देवी ने बताया कि पति बीसीसीएल के सुदामडीह कोल वाशरी में कार्यरत थे। पति की मौत की जगह बड़े पुत्र रवींद्र को नियोजन के लिए आवेदन दिया था। पिछले कुछ दिनों से विनय पिता की जगह नौकरी को लेकर हो हल्ला कर रहा था।
बूढ़ी मां और बहन का रो-रो कर बुरा हाल
विनय डिगवाडीह के एक होटल में काम करता था। मंगलवार की शाम वह घर पहुंचा व नौकरी को लेकर हो हल्ला करने लगा। फिर कमरे में जाकर गले में पीले रंग के दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद मृतक की वृद्ध मां, बहन निक्की कुमारी का रो रोकर बुरा हाल है।
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सेल चासनाला के अपर सिम में मंगलवार की सुबह कांड्रा बस्ती के ठेका मजदूर राजेश गोराई आत्महत्या करने के लिए बोतल में पेट्रोल लेकर पहुंच गया। यह देख कोलियरी के मजदूरों ने उसके हाथों से पेट्रोल से भरा डिब्बा और माचिस छीन लिया। सूचना मिलते ही पाथरडीह थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक दल बल के साथ कोलियरी पहुंचे। गोराई के परिजनों को बुलाकर उसे सौंप दिया। ठेका मजदूर राजेश ने बताया कि उसे काम नहीं मिल रहा है। इससे आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। वहीं ठेकेदार ने कहा कि सोमवार को राजेश आया था। जिसे दुर्गा पूजा बाद से काम पर आने की बात कही थी। पीएफ, पेंशन की बात है तो पीएफ में ऑनलाइन काम चल रहा है। पेंशन तो 60 वर्ष के बाद ही मिल पाएगा। मजदूर का आत्मदाह की धमकी देना उचित नहीं है। थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक ने मजदूर के स्वजनों को बुलाकर समझा बुझाकर गाड़ी से घर भिजवाया।
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