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हरियाणा में किंगमेकर बनने का लक्ष्य लेकर निकली आम आदमी पार्टी (आप) का खाता खुलता नहीं दिख रहा है। 89 सीटों पर लड़ी आप को 2 फीसदी से भी कम वोट शेयर मिले हैं।
हरियाणा में किंगमेकर बनने का लक्ष्य लेकर निकली आम आदमी पार्टी (आप) का खाता खुलता नहीं दिख रहा है। 89 सीटों पर लड़ी आप को 2 फीसदी से भी कम वोट शेयर मिले हैं। निराशाजनक प्रदर्शन के बीच आप की बागी राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने जख्म पर नमक रगड़ने का मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा कि उनके गृह राज्य में जमानतें भी नहीं बच रही हैं।
स्वाति मालीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के वोट काटे हैं। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ कांग्रेस से बदला लेने के लिए हरियाणा में उतरे। मुझपे BJP एजेंट होने के झूठे आरोप लगाए, खुद आज INDIA अलायन्स से गद्दारी करके INC की वोट काट रहे हैं!सब छोड़ो, विनेश फोगाट तक को हराने के लिए प्रत्याशी उतारा। क्यों ऐसा हाल आ गया है कि अपने गृह राज्य में ज़मानतें नहीं बचा पा रहे? अभी भी वक्त है, अहंकार छोड़ो, धुंधली आंखों से पर्दा हटाओ, ड्रामा मत करो और जनता के लिए काम करो।’
जेल से जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह समेत कई नेताओं ने हरियाणा में काफी पसीना बहाया था। अरविंद केजरीवाल मूल रूप से हरियाणा से हैं और इस बात को प्रमुखता से जनता के सामने रखते हुए उन्होंने समर्थन की अपील की थी। केजरीवाल ने कई रोड शो के दौरान दावा किया था कि हरियाणा में उनके समर्थन के बिना किसी की सरकार नहीं बन पाएगी। पिछले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए हरियाणा में परिणाम निराशानजक रहे थे।
आम आदमी पार्टी के हरियाणा में प्रभारी सुशील गुप्ता ने कहा है कि उनकी पार्टी ने पूरी मजबूती से चुनाव लड़ा। उन्होंने यह चुनाव बेहद विपरीत परिस्थितियों में लड़ा। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों के चयन के समय तक पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल जेल में बंद थे। पार्टी का कहना है कि यदि केजरीवाल को पहले जमानत मिल जाती तो परिणाम कुछ अलग होते।
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