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Zakir Naik Controversy On Jizya Tax: भारत में भगोड़ा साबित हो चुके इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक (Zakir Naik) पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) में जाकर भाषण दे रहे हैं. वो साल 2016 में भारत से भागकर मलेशिया चले गए थे, जहां की सरकार ने उन्हें पनाह दे रखा है. इसी बीच पाकिस्तान ने उन्हें न्योता भेजा और देश में आकर भाषण देने को कहा. उसकी स्वागत में शहबाज शरीफ सरकार ने रेड कार्पेट बिछा दिया और जेड-प्लस सुरक्षा भी दे दी. हालांकि, वो पाकिस्तान जाकिर इस्लाम के प्रचार के नाम पर गैर मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगलने का काम कर रहे हैं. इसका उदाहरण तब मिला, जब उसने गैर मुस्लिमों से जजिया (टैक्स) कर वसूले जाने को सही बताया.
जाकिर नाइक ने पाकिस्तान में अपने एक कार्यक्रम के दौरान एक सवाल का जवाब दिया, जो वहां के ईसाई समुदाय से संबंधित था. एक पाकिस्तानी ईसाई ने नाइक से पूछा कि पाकिस्तान में ईसाइयों से नफरत क्यों की जाती है, जबकि पैगंबर मोहम्मद ने नफरत न करने की शिक्षा दी थी. नाइक के जवाब ने कई लोगों को हैरान किया. उसने कहा कि इस्लामिक इतिहास में गैर-मुसलमानों को सबसे अधिक सुरक्षा मिली है. इसका कारण “जजिया” नामक टैक्स है.
गैर-मुस्लिम से मिलने वाले टैक्स से मिलती है सुरक्षा
नाइक ने जजिया को एक छोटा टैक्स बताया और कहा कि इस्लामिक शासकों के अधीन जो गैर-मुस्लिम “जजिया” टैक्स देते थे, उन्हें प्रोटेक्शन (सुरक्षा) मिलती थी. इसके जरिए उन्हें इस्लामिक राज्यों में रहने और पनाह पाने का अधिकार मिलता था, बिना इस्लाम अपनाने की शर्त के नाइक ने जजिया को इनकम टैक्स से कम बताया और इसे सुरक्षा के बदले में दिया जाने वाला टैक्स बताया. नाइक के बयान पर काफी विवाद हुआ, क्योंकि जजिया टैक्स ऐतिहासिक रूप से इस्लामिक शासन के तहत गैर-मुसलमानों पर लगाया जाता था और इसे लेकर मिली-जुली धारणा है.
भारत के खिलाफ उगला जहर
भारत में मुसलमानों के उत्पीड़न का बेबुनियाद आरोप लगाते हुए जाकिर नाइक ने जहर उगला. उसने मलेशिया का उदाहरण देते हुए कहा वहां 6 फीसदी हिंदू हैं. सरकार ने जिस तरह से हिंदुओं को ट्रीट करती है वो एक मिसाल है. इसके उलट भारत में मुसलमान 14 फीसदी हैं लेकिन वहां सरकार क्या कर रही है.
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