सोनभद्र। गणपत के ओबरा विधानसभा स्थित नगर ओबरा में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामराज सिंह गोड़ के नेतृत्व में आदिवासियों के हक की मांग को लेकर तहसील का घेराव कर उप जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन दिया गया । रामराज सिंह गोड़ ने बताया कि ग्राम सभा जुगैल के कई टोलों भीतरी टोला, ललमटिया, झरपिया बहेरा ,बहेरा डाड, करियावा ,बैरपुर में जन समस्याओं को लेकर सोमवार क ओबरा तहसील में उप जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा गया।। ग्राम सभा जुगैल के भीतरी टोला के लोगों को आवास नहीं मिल रहा है, बिजली की सुविधा नहीं है ,चकरिया टोला में सरकारी गल्ले के दुकानदार द्वारा केवाईसी के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है, तारीख बढ़ाने के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है उपरोक्त ग्राम पंचायत में मोबाइल टावर ना होने के कारण संचार सुविधा नहीं है जिसकी वजह से 108 नंबर की भी सुविधा मेडिकल की नहीं मिल पा रही है उपरोक्त ग्राम में पंचायत में जो अधिकारी लंबे समय से निवास कर रहे हैं उनके खेतों में फॉरेस्ट गार्ड द्वारा पैसे की मांग किया जाता है । प्रकरण की जांच करने की मांग करते हुए,कहां गया कि गांव में मनरेगा कार्य कराया जा रहा है उसकी हाजिरी नहीं लगाई जा रही है, भीतरी टोला में स्थानीय लेखपाल धर्मेंद्र द्वारा पट्टा के नाम पर भी पैसे की बात की जा रही है जिसकी जांच कराई जाए। बैरपुर एवं बहेरा डाड में वहां के लोगों को विधवा पेंशन व आवास उपलब्ध नहीं है यह सब सारी समस्याएं उस ग्राम सभा के लोगों द्वारा लगाई गई जिसको लेकर आज तहसील में ज्ञापन दिया गया ।
कार्यक्रम में उपस्थित ओबरा विधानसभा के प्रभारी/ वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश मिश्रा ने कहा कि जहां आदिवासियों का सम्मान कांग्रेस सरकार में हमेशा होता आया है वही वर्तमान सरकार है आदिवासियों को खत्म करने पर टूटी हुई है दिखावे के लिए टावर तो लग रहे हैं लेकिन उसमें कोई कनेक्शन नहीं है आदिवासी डर-डर के ठोकर खाने को मजबूर है और उसके हक की बात यहां पर मौजूद मंत्री जो ओबरा विधानसभा से विधायक भी हैं उन्हें भी उनकी समस्याएं नहीं दिखती तो किसी और से क्या उम्मीद की जा सकती है , उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य आशुतोष कुमार दुबे(आशु) ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस के यहां के पूर्व सांसद रामप्यारे पनिका जी आदिवासियों अपना को नेता हुए उनके हक हकूक की लड़ु सड़क से लेकर संसद तक लड़ते रहे और उन्होंने आदिवासियों के सम्मान के लिए यहां पर जो कार्य किया वह उन्हें लोकप्रिय बनाने में कामयाबी दिलाने का कार्य किया । इतना ही नहीं अनपरा तापीय परियोजना, ओबरा तापीय परियोजना, एनटीपीसी ये सारी फैक्ट्री में आदिवासियों के बच्चों की नौकरी के लिए एक व्यवस्था बनाई थी लेकिन यह मौजूदा फैक्ट्रियां या भूल चुकी है कि उनके यहां पर स्थापना किस उद्देश्य से कि गई थी और इनको दोबारा हक दिलाने का काम कांग्रेसी करेगी और वह वक्त दूर नहीं है।जिला महासचिव नागेशमणि पाठक ने कहा की सरकार केवल पेपरों पर आदिवासियों की हितैषी बनती हैं वास्तविकता कुछ और हैं ।मुख्य रुप उपस्थित रहने वालों में प्रदेश सचिव जितेंद पासवान, जिला कोषाध्यक्ष फरीद अहमद, प्रदेश उपाध्यक्ष पिछड़ा प्रकोष्ठ सेताराम केसरी,जिला सचिव संतोष सिंह नेताम, ब्लॉक उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह गोड़, हेमलत, ,जगसाह, ब्रह्मदेव, रामसुभग, राम भुकाल हरिश्चंद्र, राजेश्वर संतलाल पप्पू प्रेमलाल फुलवंती ,शनिचरी, विरेप्रसाद, रामविलास ,राम आधार के साथ तमाम लोग उपस्थित रहे।