[ad_1]
Israel Hamas War One Year: 7 अक्टूबर 2023 इजरायल पर सबसे बड़ा हमला हुआ था. यह अटैक फिलिस्तीन के चरमपंथी समूह हमास ने किया था, जिसमें महज 1 दिन में ही इजरायल के 1200 से ज्यादा लोगों मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बनाकर हमास के लड़ाके अपने साथ ले गए. फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ने सात अक्टूबर 2023 को सुबह लगभग 6:30 के दौरान दक्षिणी इजरायल पर 5,000 रॉकेट दागे. सैकड़ों हमास लड़ाके इसके बाद इजरायल में घुस आए. लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. ये वो दिन था, जब पूरा देश सुकोट नाम का धार्मिक उत्सव मना रहा था. इस हमले को हमास ने Flood of Al-Aqsa नाम दिया था.
इजरायल ने हमास के हमले का जवाब देते हुए 8 अक्टूबर को हवाई हमला किया. इजराइल ने ऑपरेशन स्वोर्ड्स ऑफ आयरन शुरू किया और गाजा की पूर्ण घेराबंदी शुरू कर गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में रहने वाले करीब 15 लाख लोगों को अपने घर खाली करने का आदेश दिया.
इसका प्इरभाव एक साल बाद भी दिख रहा है जब गाजा के लोग पानी, खाना और अन्य मूलभूत सुविधाओं की भयंकर कमी से जूझ रहे हैं. अगर सिर्फ बात करें गाजा की तो वहां लगभग 70 फीसदी इमारत पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. वहीं गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक हमले में 42 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इनमें से 16,765 बच्चे हैं. वहीं लगभग 98 हजार लोग घायल हुए हैं. 10 हजार से ज्यादा लोग लापता हैं. दूसरी तरफ युद्ध में अबतक इजरायल के लगभग 1,139 लोग मारे गए हैं और 8,730 घायल हुए हैं. इसके अलावा 125 जर्नलिस्ट भी हमले में मारे जा चुके हैं.
इजरायल हमास युद्ध में हुआ कितना नुकसान
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली हमले में अब तक गाजा पट्टी में 80 फीसदी कार्मिशियल सुविधाएं खत्म हो चुकी है. 87 फीसदी स्कूल बिल्डिंग ध्वस्त हो चुकी हैं. गाजा पट्टी में 144,000 से 175,000 इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गई है. 36 में महज 17 अस्पताल काम कर रहे हैं. 68 फीसद सड़क नेटवर्क तबाह हो गई है और 68 फीसदी खेती करने लयाक जमीन बंजर हो गई है.
आर्थिक नुकसान की बात करें तो गाजा की 81 फीसदी जीडीपी गिर गई है. 2.01 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं. लगभग 20 लाख लोग बेघर है. 85 हजार फलस्तीनी मजदूरों की नौकरी छूट चुकी है.
गाजा पट्टी पर मलबे का ढेर
अब तक इजरायली हवाई हमलों की वजह से गाजा पट्टी पर 42 मिलियन टन से अधिक मलबा हो गया है. यह मलबा न्यूयॉर्क से सिंगापुर तक फैले डंप ट्रकों की एक लाइन को भरने के लिए पर्याप्त है. इसे हटाने में कई साल लग सकते हैं और इसकी लागत 700 मिलियन डॉलर तक हो सकती है.
ये भी पढ़ें: Karachi Airport: कराची एयरपोर्ट के पास विस्फोट, 1 की मौत, 10 लोग घायल
[ad_2]
Source link