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बयाना कस्बा निवासी एक 15 साल के बालक की बुखार के दौरान लगातार प्लेटलेट्स कम होने से मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने डेंगू बुखार से बच्चे की मौत होने की बात कही है। जबकि डॉक्टरों का कहना है कि बिना जांच के कुछ भी स्पष्ट तौर पर कहना संभव नहीं है।
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कस्बे के अस्पताल टेक के नीचे छोटा बाजार में दवा विक्रेता मनोज कंसल का कहना है कि उनके पड़ोस में रहने वाले कप्तान सोनी के बेटे मयंक सोनी (15) को चार-पांच दिन पहले बुखार आया था, जिसे पहले बयाना सीएचसी के डॉक्टरों को दिखाया था। लगातार ट्रीटमेंट के बावजूद मयंक की प्लेटलेट्स डाउन होती जा रही थी। शनिवार सुबह उसे बेहोशी भी आ गई थी।
परिजनों ने बताया कि बच्चे को भरतपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए। जहां जांच में प्लेटलेट्स काउंट केवल 25 हजार रह गई और इंटरनल ब्लीडिंग भी हुई। इससे उसके डेंगू होने की पूरी संभावना है। भरतपुर से भी उसे रविवार को जयपुर रैफर कर दिया गया था। लेकिन जयपुर ले जाने की तैयारी के दौरान ही मयंक ने दम तोड़ दिया।
इस संबंध में बच्चे का इलाज करने वाले बयाना सीएचसी के डॉक्टर हेमेंद्र बंसल का कहना है कि प्लेटलेट्स ज्यादा कम नहीं थी, लेकिन उसे चक्कर और दौरे आने की शिकायत हुई थी। इसके बाद उसे भरतपुर रैफर कर दिया गया था। बिना जांच के डेंगू बुखार की पुष्टि करना संभव नहीं है।
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