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Jharkhand weather: रांची समेत झारखंड में अगले चार दिनों तक हल्के बादल छाए रहेंगे। संताल परगना और कोडरमा, हजारीबाग के उत्तरी भागों में कुछ स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं। वहीं, रांची समेत राज्य के अन्य स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। संताल में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है।
खाड़ी में बने सिस्टम का झारखंड पर दिखेगा असर
मौसम विभाग के अनुसार दो दिन पहले बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल से सटे तटीय इलाकों में बना निम्न दवाब क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है। लेकिन इससे जुड़ा एक साईक्लोनिक सर्कुलेशन बंगाल के गंगा क्षेत्र पर कायम है। इसका असर बंगाल से सटे बोकारो, धनबाद और गिरिडीह जिलों पर पड़ सकता है। इससे यहां हल्की बारिश होगी। रांची और आसपास के जिलों में हल्के दर्जे की बारिश की संभावना है।
कहां कितनी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान जामताड़ा में भारी बारिश हुई है। इसके नारायणपुर में 120.6 मिलीमीटर बारिश हुई। धनबाद 43.8 मिलीमीटर , हजारीबाग में 34.5 मिलीमीटर , बोकारो में 18.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया में 17.2 मिलीमीटर , गुमला में 16 मिमी समेत गुमला, कोडरमा और गिरिडीह में हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में मानसून की वापसी नहीं हुई। इस कारण राज्य के विभिन्न भागों में कायम हैं। वातावरण में आर्दता बनी हुई है। नम वातावरण के कारण भी कहीं कहीं बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार देश के उत्तरी भाग के कई राज्य दिल्ली, हरियाणा, कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल से मानसून की वापसी हो चुकी है। अगले सप्ताह के बाद झारखंड से भी इसकी वापसी हो सकती है।
रांची में एक से 5 अक्तूबर तक 13.1 मिमी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में एक अक्तूबर से पांच अक्तूबर के दौरान महज 4.8 मिमी बारिश हुई है जो कि सामान्य 20.3 मिमी से 76 प्रतिशत कम है। वहीं, रांची में इस दौरान 13.1 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य 23.3 मिलीमीटर से 44 फीसदी कम है। राज्य के विभिन्न जिलों के तापमान सामान्य से अधिक है। रांची का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री, जमशेदपुर का तापमान तीन डिग्री, मेदिनीनगर का दो डिग्री से अधिक, बोकारो का दो डिग्री और चाईबासा में पांच डिग्री अधिक है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र अब कमजोर है। लेकिन इस सिस्टम से जुड़े पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इसके प्रभाव से राज्य के संताल समेत कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
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