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दिल्ली के कालकाजी मंदिर प्रशासन ने भक्तों को दर्शन कराने के लिए एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। दर्शन के लिए 100-100 श्रद्धालुओं के जत्थे छोड़े जा रहे हैं। शनिवार को शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन एक लाख से ज्यादा भक्तों ने मैया के दर्शन किए।
दिल्ली के कालकाजी मंदिर में एक छात्र की करंट लगने से मौत के बाद मंदिर प्रशासन ने दर्शन के लिए एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। दर्शन के लिए 100-100 श्रद्धालुओं के जत्थे छोड़े जा रहे हैं। शनिवार को शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन एक लाख से ज्यादा भक्तों ने मैया के दर्शन किए।
कालकाजी मंदिर के पुजारी दीपक भारद्वाज ने बताया कि हादसा होने के बाद नवरात्र के दूसरे दिन मंदिर में अपेक्षाकृत कम श्रद्धालु पहुंचे थे, मगर शनिवार को दोपहर ढाई बजे तक अनुमानित एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने मां कालका के दर्शन किए। श्रद्धालुओं का 100-100 का जत्था छोड़ा जा रहा है। आधे से पौने घंटे में दर्शन हो रहे हैं। तीन सुरक्षा बिंदुओं से श्रद्धालुओं को होकर गुजरना पड़ रहा है।
मंदिर प्रशासन ने सहयोग मांगा पुजारी ने बताया कि मंदिर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए 750 सेवादार और 500 के लगभग पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान तैनात हैं। मंदिर की व्यवस्था पूरी तरह से ठीक है। कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। श्रद्धालुओं को डरने की जरूरत नहीं है। भक्तों से आग्रह है कि वे दर्शन के दौरान मंदिर प्रशासन का सहयोग करें और जल्दबाजी न करें। वीआईपी दर्शन को भी सीमित किया जा रहा है, जिससे आम श्रद्धालुओं को बिना किसी रुकावट के दर्शन हो।
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना
नवरात्र के तीसरे दिन मंदिरों में मां दुर्गा के स्वरूप मां चंद्रघंटा देवी की पूजा-अर्चना हुई। मंदिरों में भजन-कीर्तन और भंडारे का आयोजन जारी है। झंडेवाला देवी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुबह 10 से रात 10 बजे तक निशुल्क मेहंदी लगाने की व्यवस्था की गई है। मंदिर के प्रचार-प्रसार विभाग के प्रमुख नंद किशोर सेठी ने बताया कि शनिवार का दिन होने की वजह से मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा रही। दोपहर तक 60 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
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