सोनभद्र। शुक्रवार 4 अक्टूबर 2024 को अपर जनपद न्यायाधीश/ सचिव ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण शैलेंद्र यादव सोनभद्र ने राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर का निरीक्षण किया। जनपद सोनभद्र में राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) संचालित नही है, अतः जनपद सोनभद्र से संबंधित विधि के विरूद्ध में बालक जनपद मीरजापुर में स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) में आवासित किये जाते है।
निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त केयर टेकर रमाकान्त मिश्रा भी उपस्थित थे। राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर में कुल 62 किशोर आवासित है, जिसमें जनपद सोनभद्र के 16 विधि के विरूद्ध बालक आवासित है। उक्त सभी बालकों से उनके मामले एवं समस्याओं के बारे में पूछताछ किया गया। बन्दी किशोरों ने बताया कि मीरजापुर में उन्हे किसी प्रकार की कोई असुविधा नही है। स्वास्थ्य ठीक है तथा खाने पीने का सामान निर्धारित मीनू के अनुसार प्राप्त होता है। उक्त सभी बालकों से किशोर न्याय अधिनियम के तहत चल रही उनकी जाँच की प्रगति के संबध में भी न्यायाधीश श्री यादव ने पूछ-ताछ किया।
प्रभारी अधीक्षक लल्लन प्रसाद, सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर, को निर्देशित किया गया कि राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर की सफाई आदि की व्यवस्था प्रतिदिन कराना सुनिश्चित करें तथा किशोरों के भोजन आदि की व्यवस्था, उनके पढ़ाई, चिकित्सा, खेलने व मनोरंजन आदि का प्रबन्ध नियमानुसार सुचारू रूप से करना सुनिश्चित करें।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए अपर जनपद न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोनभद्र शैलेंद्र यादव ने बताया कि यह निरीक्षण जनपद एवं सत्र न्यायाधीश रवीन्द्र विक्रम सिंह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सोनभद्र के निर्देशानुसार किया गया।