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शहर का एकमात्र खेल मैदान छावनी फुटबॉल मैदान को सेना के अधिकार से मुक्त रखने की मांग को लेकर शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों व खिलाड़ियों ने छावनी कार्यालय के समक्ष धरना दिया। छावनी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सरदार अनमोल सिंह के नेतृत्व में धरना के बाद अधिशाषी अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें लिखा है कि छावनी परिषद का नगर परिषद में विलय का संवैधानिक प्रक्रिया जारी है। लेकिन छावनी फुटबॉल मैदान शहर के मध्य में स्थित होने के कारण स्थानीय खिलाड़ी प्रतिदिन यहां अपने खेल का अभ्यास करते हैं। लेकिन चर्चा में है कि विलय की प्रक्रिया के बाद उक्त मैदान सेना के अधिकार में चला जाएगा। जिससे जिले के हजारों खिलाड़ी खेल से वंचित रह जाएंगे। वहीं स्थानीय लोग भी अनेकों तरह के धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन उक्त मैदान में नहीं कर पाएंगे। जिसके कारण लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए उक्त विषय पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाये। अन्यथा लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन को विवश होंगे। धरना में मुख्य रूप से रामगढ़ विधानसभा के युवा भाजपा नेता राजीव जायसवाल, भाजपा छावनी मंडल अध्यक्ष सूर्यवंश श्रीवास्तव, फुटबॉल संघ के महासचिव मुस्तफा आजाद, रामगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अरूण कुमार राय, अजीत गुप्ता, रमेश महतो, बद्री विश्वकर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि व खिलाड़ी शामिल थे।
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